संजीत कुमार/जशपुर: जशपुर जिले में हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है. यहां एक सप्ताह में चार लोगों को हाथियों ने कुचलकर मार डाला है. वहीं हाथियों के हमले से जिले में एक माह में 5 लोगों की मौत हुई है. मामले पर वन विभाग का कहना है कि गांव के लोग मना करने के बावजूद हाथियों को परेशान कर रहे है और हादसे का शिकार हो रहे हैं. 


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जशपुर जिले में मंगलवार को हाथी के दो हमलों में एक 66 वर्षीय बुजुर्ग आदमी और एक 45 वर्षीय महिला की मौत हो गई. पिछले एक महीने में इस तरह के हमले में मरने वालों की संख्या 5 हो गई. कंडोरा गांव में हुई घटना में मृतक का नाम त्रिलोचन यादव बताया जा रहा है. ये किसान अपने लीची के बागान में रखवाली कर रहा था. सुबह लगभग 4 बजे दो हाथी लीची बागान में घुसे और सो रहे किसान पर हमला बोल दिया, जिससे किसान की वहीं मौत हो गई.


वहीं जामचुआ गांव के गिदाबहार में हुई घटना में महिला का नाम सनियारो बाईं बताई जा रही है. महिला घर के बाहर सो रही थी तभी हाथी ने हमला बोल दिया और महिला की घटना स्थल पर ही मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही कुनकुरी विधायक यूडी मिंज और जशपुर डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय ने मौके पर पहुँचकर लोगों से बातचीत कर घटना की जानकारी ली. कुनकुरी विधायक यूडी मिंज ने इस घटना पर दुःख जाहिर करते हुए लोगो से अपील की है कि हाथी को न छेड़े और वन भाग का साथ दें.साथ ही उन्होंने ये भी माना कि हाथियों के लिए जंगल मे पर्याप्त मात्रा में खाने और पीने की व्यवस्था नहीं है.जिस वजह से हाथी ग्रमीण क्षेत्रों में घुस रहे हैं. वनविभाग के डीएफओ ने बताया कि कुनकुरी वनपरिक्षेत्र में 5 हाथियों का दल है, जिसकी निगरानी के लिए आज से 6 दल लगाए जा रहे हैं. लोगो से भी उन्होंने अपील की है कि हाथियों को ज्यादा परेशान ना करें. हाथी परेशान होकर इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं.


 


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