Chhattisgarh News Today: छत्तीसगढ़ में फूड प्वाइजनिंग का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला सक्ती जिले के डभरा ब्लॉक के ग्राम डोमनपुर से सामने आया है। जहां एक धार्मिक कार्यक्रम में प्रसाद खाने के बाद फूड प्वाइजनिंग से गांव के 70 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई है. दरअसल, यहां एक धार्मिक कार्यक्रम राम सप्ताह का आयोजन किया गया था. बड़ी संख्या में गांव के बच्चे, महिलाएं, पुरुष व बुजुर्ग पहुंचे थे. कार्यक्रम के समापन के बाद सभी के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. जैसे ही लोगों ने प्रसाद खाया, सभी की तबीयत धीरे-धीरे बिगड़ने लगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

70 से ज़्यादा हुए बीमार
बताया जा रहा है कि कार्यक्रम समाप्त होने के बाद रात करीब 9 बजे श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. लेकिन प्रसाद ग्रहन करने के बाद  रात में अचानक प्रसाद खा रहे सभी लोगों जिनमें पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल थे को उल्टी और दस्त होने लगी. इसके बाद इन लोगों को आनन-फानन में रात में ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चंद्रपुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सपोस और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डभरा में भर्ती कराया गया. जहां भर्ती सभी मरीजों का इलाज चल रहा है.


यह भी पढ़ें: Korba News: मातम में बदलीं होली की खुशियां, एक ही परिवार के सात लोग हुए फूड प्वाइजनिंग का शिकार, 2 की मौत


 


कोरबा में फूड प्वाइजनिंग से दो की मौत 
इससे पहले कोरबा जिले में एक ही परिवार के सात लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए थे, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी. पूरी घटना उरगा थाना क्षेत्र के गिधौरी गांव की थी. मिली जानकारी के मुताबिक, परिवार के सभी सदस्यों ने एक साथ चाय और रोटी का सेवन किया था. जिसके बाद धीरे-धीरे सभी की तबीयत बिगड़ गई थी. जब एक के बाद एक सभी की हालत बिगड़ी तो फूड प्वाइजनिंग का पता चला था. जिसके बाद 108 के माध्यम से सभी को जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. लेकिन इलाज के दौरान 3 साल की मासूम अमृता और आनंद की मौत हो गई थी.


इस घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया था. जिला मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने बताया था कि एक ही परिवार के सात लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गये हैं. इलाज से पहले ही एक बच्ची की मौत हो गई. दूसरे बच्चे की हालत भी गंभीर थी, उसकी भी मौत हो गई है.


रिपोर्ट- अविनाश पटेल