Chhattisgarh News:मितानिनों के लिए बड़ी खुशखबरी! सैलरी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने किया बड़ा ऐलान
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की मितानिनों के लिए खुशखबरी है. अब जल्द ही उनके खाते में सैलरी क्रेडिट होने वाली है. स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने मितानिन बहनों की सैलरी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में ऑनलाइन खाते में पैसा आ जाएंगे.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने राज्य की मितानिन बहनों को बड़ी खुशखबरी दी है. बुधवार को उन्होंने मितानिन बहनों की लेट सैलरी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना की तरह हर महीने उनके खाते में सैलरी ऑनलाइन क्रेडिट हो जाएगी.
मितानिनों के लिए खुशखबरी
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मितानिनों की सैलरी को लेकर बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना की तरह हर महीने अब प्रदेश की मितानिनों को ऑनलाइन वेतन दिया जाएगा. उनके अकाउंट में हर महीने सैलरी क्रेडिट हो जाएगी. इसके अलावा मितानिनें अपनी सैलरी में केंद्र और राज्य के अंश को देख पाएंगी. यानि उनकी सैलरी में कितने पैसे राज्य सरकार और कितने पैसे केंद्र सरकार द्वारा दिए जाते हैं, ये उन्हें पता चल जाएगा.
एक सप्ताह में आ जाएगी सैलरी
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मितानिन बहनों को मिलने वाली सैलरी में लेटलतीफी को लेकर कहा कि एक सप्ताह के भीतर ऑनलाइन खाते में पैसे आ जाएंगे.
विश्व सिकल सेल दिवस पर स्वास्थ्य मंत्री का बड़ा बयान
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल 19 जून को विश्व सिकल सेल दिवस पर सिकल सेल जागरूकता कार्यक्रम में पहुंचे.यहां उन्होंने कहबा कि 0-40 साल की उम्र तक के लोगों का शत-प्रतिशत कार्ड बनाएंगे और जांच करेंगे. शादी से पहले अगर लड़का-लड़की सिकल सेल बीमारी से प्रभावित हैं तो उन्हें रोकने का प्रयत्न करेंगे क्योंकि उससे बच्चे भी सिकल सेल से प्रभावित पैदा हो सकते हैं. सिकल सेल को लेकर उन्होंने कहा कि जागरूकता इस बीमारी का सबसे बड़ा इलाज है. इसे मूल रूप से नष्ट नहीं किया जा सकता है.
बता दें कि विश्व सिकल सेल दिवस पर रायपुर में राज्य स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम में CM विष्णु देव साय समेत कई मंत्री और विधायक शामिल हुए. अब प्रदेश में 3 जुलाई तक सिकल सेल जांच का अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत प्रदेश के 1 करोड़ 50 लाख लोगों की जांच होगी. जांच के बाद इलाज भी निशुल्क किया जाएगा.