शैलेंद्र स‍िंह बघेल/ बलरामपुर: छत्‍तीसगढ़ में बलरामपुर जिले में शिक्षक की ऐसी क्रूरता सामने आई है जिसकी हकीकत सुनकर हर कोई दंग है और शिक्षक को कोसने पर मजबूर है. वहीं, अब इस मामले में छात्र के परिजनों की शिकायत के बाद शिक्षा विभाग कार्यवाही करने की दलील दे रहा है.


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कान पकड़कर जमीन से उठाया 
दरअसल, यह पूरा मामला प्राइमरी स्कूल पोखरा का है जहां मिडिल स्कूल के एक शिक्षक ने तैश में आकर कक्षा चौथी में पढ़ने वाले मासूम बच्चे का कान पकड़कर जमीन से ऊपर उठा दिया जिससे बच्चे के कान से ब्‍लीड‍िंग होने लगी और मासूम बुरी तरह घायल हो गया. 


छात्र दीवारों पर ल‍िख रहा था अपना नाम 
जानकारी के मुताबिक, भवन के जर्जर होने के चलते प्राइमरी और मिडिल स्कूल का संचालन मिडिल स्कूल के भवन में किया जा रहा है. वहीं घटना के दौरान पीड़ित छात्र स्कूल में पढ़ाई कर रहा था और श‍िक्षि‍का पढ़ा रही थी. मासूम छात्र अपनी चंचलता के कारण दीवारों पर अपना नाम लिख रहा था जिस पर मिडिल स्कूल में पदस्थ हेड मास्टर लक्ष्मी प्रसाद गोस्वामी को अचानक गुस्सा आ गया. 


कान में हो गया घाव 
पहले तो उस शिक्षक ने बच्चे को काफी डांटा जिसके बाद कान पकड़ कर जमीन से कुछ ऊपर उठा दिया. इधर घटना की जानकारी तब लगी, जब बच्चा शाम को स्कूल से घर पहुंचा और परिजनों को बताया कि कान में दर्द हो रहा है. परिजनों ने जब देखा कि उसके कान के पीछे घाव बना हुआ है जिसका कारण पूछने पर बच्चे ने समूचा घटनाक्रम परिजनों को बताया और आज सुबह परिजनों ने स्कूल में पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी अन्य शिक्षकों व विभागीय अधिकारियों को दी.


 



श‍िक्षक के गुस्‍से का श‍िकार हुआ था छात्र 
इसके बाद एबीओ वाड्रफनगर ने स्कूल पहुंचकर घटनाक्रम की छानबीन की. शिक्षक के गुस्से का शिकार हुए छात्र के इस मामले में डीईओ ने शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही है.  बहरहाल जिस शिक्षक के क्रूरता का श‍िकार आज चौथी का छात्र हुआ, उसी शिक्षक को पहले भी छात्राओं से दुर्व्यवहार के मामले में निलंबित किया गया था. बावजूद इसके शिक्षक के द्वारा अपना आपा खोने की इस दूसरी घटना ने शिक्षा विभाग के जांच और कार्यवाही की पोल खोल कर दी है. 


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