indian railway trains canceled: चुन्नीलाल देवांगन/रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं, वह अपने विरोधियों पर भी कई बार बेहद अलग अंदाज में तंज कसते हुए नजर आते हैं, सीएम बघेल का यही अंदाज एक बार फिर देखने को मिला है. इस बार उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ''मंजिल मिल ही जायेगी एक दिन, भटकते-भटकते ही सही, गुमराह तो वो हैं, जो घर से निकले ही नहीं.'' मुख्यमंत्री ने यह ट्वीट किस वजह से किया, जानिए इसकी वजह. 


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ट्रेनें निरस्त होने पर सीएम बघेल ने कसा तंज 
दरअसल, छत्तीसगढ़ के रूट पर लगातार ट्रेनें निरस्त हो रही हैं, जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, इंडियन रेलवे ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ रूट पर 20 गाड़ियों को रद्द कर दिया है, जबकि कई ट्रेनों का रूट बदल दिया है, जिससे यात्रियों की परेशानियां और बढ़ गई हैं. ट्रेनों के निरस्त होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नाराजगी जताते हुए लिखा कि ''एक कहावत है: मंजिल मिल ही जायेगी एक दिन, भटकते-भटकते ही सही, गुमराह तो वो हैं, जो घर से निकले ही नहीं. लेकिन यहां तो लोग घर से भी निकल रहे हैं तो पता चलता है कि फिर ट्रेन रद्द हो गयी. केंद्र सरकार जनता को गुमराह ही रखना चाहती है.''


बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब छत्तीसगढ़ में ट्रेनें निरस्त होने पर सीएम बघेल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा हो. इससे पहले भी वह सरकार से इस मुद्दे पर सवाल खड़े कर चुके हैं, सीएम बघेल ने कहा था कि ट्रेनों के लगातार निरस्त होने से छत्तीसगढ़ के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए ट्रेनों को बहाल किया जाए. ऐसे में मुख्यमंत्री ने जल्द से जल्द ट्रेनों को बहाल करने की बात कही थी, जबकि अब एक बार फिर उन्होंने ट्रेनों के निरस्त पर जनता को गुमराह करने की बात कही है. 


अब तक कई बार ट्रेनें हो चुकी हैं निरस्त 
बता दें कि छत्तीसगढ़ रूट पर अब तक कई ट्रेनें निरस्त हो चुकी हैं, 6 नवंबर से अब तक 44 गाड़ियां निरस्त हो चुकी हैं, जबकि आज दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की 20 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. ऐसे में लगातार ट्रेनों के निरस्त होने से स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ भी बढ़ रही है. 


रेलवे का कहना है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल के जयरामनगर व लटिया स्टेशनों पर चौथी लाइन कनेक्टिविटी के लिए नॉन इंटरलॉकिंग का काम 11 से 16 नवंबर तक किया जाएगा. जिसके चलते रेलवे ने 20 गाड़ियों को रद्द कर दिया गया है, जबकि कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है.