बहन से राखी बंधाने निकले थे इसरो के वैज्ञानिक, रास्ते से ही हो गए लापता
बहन से राखी बंधवाने इसरो का वैज्ञानिक 5 दिन पहले हैदराबाद से निकला लेकिन अपने घर सूरजपुर न पहुंच सका. बीच रास्ते से ही वह गायब हो गया. इस रक्षाबंधन पर बहन, भाई का इंतजार करती रही लेकिन भाई का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है.
ओपी तिवारी/सूरजपुर: जहां एक और पूरा देश भाई-बहन के स्नेह का त्योहार रक्षाबंधन मना रहा है. वहीं, एक साइंटिस्ट की बहन अपने भाई के इंतजार में आंसू बहा रही है,, दरअसल, सूरजपुर जिले के कसकेला गांव का रहने वाला इसरो का वैज्ञानिक दीपक पैकरा 5 सितंबर को हैदराबाद से सूरजपुर के लिए निकला था लेकिन वह बीच रास्ते से ही गायब हो गया.
5 दिन पहले हैदराबाद से रायपुर के लिए थे निकले
परिजनों के द्वारा इसकी सूचना स्थानीय लटोरी पुलिस चौकी में दी है जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. वैज्ञानिक दीपक पैकरा के परिजनों के अनुसार, वह 5 अगस्त को इसरो हैदराबाद से राखी का त्योहार मनाने के लिए ट्रेन से निकला था. उसे रायपुर से सूरजपुर के लिए ट्रेन पकड़नी थी लेकिन मोबाइल टावर के अनुसार वह रायपुर ना उतरकर ओडिशा राज्य के पुरी चला गया था. सूरजपुर पुलिस उड़ीसा पहुंचकर वहां के स्थानीय पुलिस के सहायता से वैज्ञानिक दीपक पैकरा की तलाश में जुटी हुई है. फिलहाल अभी तक दीपक का पता नहीं चल सका है.
बहनों को रो-रोकर हो रहा है बुरा हाल
जहां एक और पुलिस, वैज्ञानिक दीपक की तलाश में जुटी है. वहींं, उसके परिजन किसी अनहोनी की आशंका को लेकर चिंतित हैं. साथ ही उसकी बहनों का रो-रो कर बुरा हाल है. दीपक की बहन अभी भी अपने भाई के इंतजार में हैं और अभी तक उन्होंने अपने किसी भी भाई को राखी नहीं बांधी है.
पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रहा मिसिंग का ये मामला
दीपक के लापता हुए 5 दिन से ज्यादा का समय बीत चुका है. जहां एक और पुलिस के लिए यह मामला एक चुनौती साबित हो रहा है तो वहीं परिजनों के लिए इंतजार की घड़ियां लंबी होती जा रही हैं. ऐसे में ये शंका भी उठ रही है कि कहीं वैज्ञानिक का अपहरण तो नहीं हो गया या फिर उनके साथ कोई ओर हादसा तो नहीं हो गया.
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