Chhattisgarh news-छत्तीसगढ़ के कोरिया कैंसर से पीड़ित एक व्यक्ति की मौत हो गई. व्यक्ति की मौत के बाद समाज की मौजूदगी में अंतिम संस्कार के लिए तैयारियां की गई, इसके बाद रीति रिवाज के अनुसार उसका अंतिम संस्कार किया गया. लेकिन जब घर से अर्थी निकली तो पत्नी ने अर्थी को कंधा दिया, और श्मशान पहुंचकर पति को मुखाग्नि दी. मामला कोरिया जिले के करजी गांव का है. 

 

जानकारी के अनुसार मृतक के भाई ने अंतिम संस्कार के लिए 1 लाख रुपए या फिर जमीन की मांग की थी. शर्तें पूरी नहीं होने पर अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया. 

 

कतवारी लाल को था कैंसर 

कतवारी लाल राजवाड़े पिछले 2 सालों से मुंह के कैंसर से पीड़ित थे. जब उनकी तबीयत ज्यादा खराब हुई तो पत्नी ने पैतृक संपत्ति का कुछ हिस्सा बेचकर इलाज में पैसा लगाया. लेकिन कैंसर ज्यादा फैलने के कारण कतवारी लाल की मौत हो गई. दंपत्ति की शादी 25 साल पहले हुई थी, लेकिन उनका कोई बच्चा नहीं हुआ. पति की मौत के बाद पत्नी को चिंता थी कि मुखाग्नि कौन देगा.

 

भाई ने मांगे पैसे 

समाज के लोगों ने कतवारी लाल के बड़े पिता के बेटे को मुखाग्नि और क्रिया कर्म करने को कहा, लेकिन कतवारी के भाई ने अंतिम संस्कार के बदले 1 लाख रुपए या 5 डिसमिल जमीन देने की मांग की. मृतक की पत्नी उसे 15 हजार रुपए देने के लिए तैयार थी, लेकिन वह नहीं माना.

 

पत्नी ने किया अंतिम संस्कार 

कतवारी लाल की पत्नी ने कहा कि जीवन यापन करने लिए उसके पास मात्र 15 से 20 डिसमिल जमीन ही बची है. इस जमीन में से 5 डिसमिल जमीन देने के बाद उसके पास आजीविका का साधन नहीं बचेगा. जब मृतक का भाई मानने को तैयार नहीं हुआ, तो पत्नी ने खुद ही अंतिम संस्कार करने का फैसला लिया. इस दौरान यह दृश्य देखकर लोगों की आंखें नम हो गई