Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में धूमधाम से मनाया गया प्रकाशोत्सव, गुरुद्वारे में मत्था टेकने पहुंचे लोग
Chhattisgarh News: देश भर में आज गुरू नानक जयंती पर प्रकाश उत्सव मनाया गया. इस मौके पर जगह- जगह पर गुरुद्वारे में हजारों की तादाद में लोग जुटे. इसी से जुड़ी खबर छत्तीसगढ़ से सामने आई है.
Chhattisgarh News: देश भर में आज गुरू नानक जयंती पर प्रकाश उत्सव मनाया गया. इस मौके पर जगह- जगह पर गुरुद्वारे में हजारों की तादाद में लोग जुटे. इसी से जुड़ी हुई खबर छत्तीसगढ़ से सामने आई. यहां के कई जिलों में इसकी धूम देखने को मिल रही है. प्रदेश के कोरिया, कोंडागांव में भी गुरुद्वारे में भक्तों का हुजूम लगा और लोगों ने मत्था टेका.
कोरिया प्रकाशोत्सव
कोरिया ज़िले के बैकुंठपुर में गुरुनानक देव के प्रकाशोत्सव के अवसर पर प्रेमाबाग गुरुद्वारे में सुबह अखंड पाठ साहब का समापन हुआ, दोपहर में लंगर में सिख समाज समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, बताया जा रहा है कि करीब 10 हजार लोगों ने लंगर प्रसाद चखा और वहीं देर शाम शब्द कीर्तन हुए, इससे पहले अरदास के दौरान जो बोले सो निहाल के जयकारों से गुरुद्वारा साहिब गूंज उठा. बता दें कि सुबह से ही बड़ी संख्या में समाज के लोग गुरुद्वारे में मत्था टेकने पहुंच रहे हैं.
इसके अलावा गुरूवाणी सुनाने वाले बच्चों को पुरस्कार बांटे गए और कीर्तन दरबार सहित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन शुरू हुआ, गुरुद्वारा साहिब में सुबह से ही संगतों की का आना शुरु हो गया था, संगतों ने अरदास में हिस्सा लिया और गुरु ग्रंथ साहब के समक्ष मत्था टेककर मन्नते मांगी. इसके अलावा गुरुद्वारा साहिब में युवा, बच्चे, बुजर्ग व महिलाओं ने सेवा की और लंगर में पहुंचने वाले लोगों में प्रसाद बांटा, गुरु नानक देव के प्रकाशोत्सव के लिए गुरुद्वारे को आकर्षक झालर और लाइट्स से सजाया गया है.
कोंडागांव
प्रदेश के कोंडागांव जिले के गुरुद्वारे में पाठ और कीर्तन का आयोजन किया गया. इसके अलावा गुरु नानक जयंती मनाई गई. इस मौके पर सिख समाज के अलावा अन्य समाज के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, बता दें कि इसमें महिलाएं गुरु ग्रंथ साहेब का भजन कीर्तन करती दिखी और युवा ने गतका प्रदर्शन किया.
बुरहानपुर में भी मनाया गया प्रकाशोत्सव
छत्तीसगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के ताप्ती नदी के राजघाट स्थित प्राचीन ऐतिहासिक गुरुद्वारा में सिख समाज ने गुरुनानक जयंती पर तीन दिवसीय प्रकाश उत्सव मनाया, इस मौके पर बताया गया कि सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी मध्य प्रदेश में महाराष्ट्र के नासिक शहर से होते हुए बुरहानपुर पहुंचे थे और ताप्ती नदी के किनारे ठहरे थे. तभी से इस स्थान पर गुरुद्वारा स्थापित हुआ है. बता दें कि प्रतिवर्ष यहां पर गुरु नानक देव जी का तीन दिवसीय प्रकाश उत्सव मनाया जाता है जिसमें अखंड पाठ साहब कीर्तन और लंगर का आयोजन होता है.