Mahadev App: हाईकोर्ट ने महादेव एप मामले में लिया संज्ञान, ED ने 31 लोगों को बनाया है आरोपी, नोटिस जारी
Mahadev App Case: महादेव एप मामले में कुल 6 आरोपी जेल में बंद हैं. महादेव बेटिंग एप मामले में आरोपी एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, कांस्टेबल भीम सिंह, सतीश चंद्राकर, हवाला ऑपरेटर्स दमानी भाई और आसिम दास ईडी की हिरासत में हैं.
बिलासपुर: महादेव एप मामले को लेकर हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है. ईडी के एडवोकेट सौरभ पांडे के मुताबिक मनी लांड्रिंग समेत अन्य मामले में 31 लोगों को आरोपी बनाया गया है. इन सभी को नोटिस जारी किया गया है.
बता दें, कि फिलहाल महादेव एप मामले में कुल 6 आरोपी जेल में बंद हैं. महादेव बेटिंग एप मामले में आरोपी एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, कांस्टेबल भीम सिंह, सतीश चंद्राकर, हवाला ऑपरेटर्स दमानी भाई और आसिम दास ईडी की हिरासत में हैं. ईडी ने इस सभी को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया है. ईडी ने आसिम दास को पकड़कर उससे 5.39 करोड़ रुपए बरामद किए हैं.
दो चार्जशीट दायर की
इस मामले में ईडी ने अब तक दो चार्जशीट दायर की है. जिसमें कथित अवैध सट्टेबाजी और गेमिंग एप के मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कई अन्य आरोपी शामिल हैं. सौरभ व रवि भिलाई शहर के रहने वाले हैं. इन दोनों को दुबई में हिरासत में लिया गया था.
2018 में एप की शुरुआत हुई
ईडी के मुताबिक दुर्ग-भिलाई से महादेव एप ऑनलाइन सट्टा की शुरुआत हुई थी. इसके संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने साल 2018 में एप डिजाइन कर पूरे छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों में फैला दिया. दुर्ग पुलिस ने इस पर कार्रवाई शुरु की, इसके बाद ये काला कारोबार दुबई में ले जाकर स्थापित किया गया. देश के पैसे को हवाला के जरिए बाहर ले जाया गया.
अब मामले में ईडी ने मनी लॉड्रिंग प्रकरण की सुनवाई के लिए विधायक देवेन्द्र यादव, चंद्रदेव राय, पीसीसी प्रवक्ता आरपी सिंह, कांग्रेस नेता विनोद तिवारी सहित 11 को नोटिस जारी कर कोर्ट ने उपस्थिति दर्ज कराने कहा है. कोर्ट में उपस्थिति दर्ज नहीं कराने और अग्रिम जमानत नहीं लेने पर गिरफ्तारी की जाएगी.
क्या है महादेव बेटिंग ऐप?
दरअसल महादेव बेटिंग ऐप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाया गया ऐप है. इस पर लॉग इन करने वाले यूजर कार्ड गेम्स, चांस गेम्स, पोकर जैसे लाइव गेम खेलते थे. लेकिन यहां क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेलों में सट्टेबाजी भी की जाती है. जानकारी के मुताबिक इस एप में चुनावों में सट्टेबाजी भी की जाती थी. इस एप का जाल पूरे देश में तेजी से फैला और सबसे ज्यादा खाते छत्तीसगढ़ में खुले. वहीं ईडी ने इस मामले में बॉलीवुड की तमाम बड़ी हस्तियों को भी नोटिस भेजा था. जो इस एप को प्रमोट कर रहे थे.
रिपोर्ट - शैलेंद्र सिंह ठाकुर