Manipur Violence: मणिपुर की राजधानी इंफाल में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. लोगों की परेशानियां खत्म नहीं हो रही हैं. हमेशा अपनी सुंदरता के लिए पर्यटकों से घिरा रहने वाला इंफाल शहर आज सन्नाटे की चादर ओढ़े हुए है. 3 मई को चुराचांदपुर जिले में रैली के बाद हिंसा भड़क गई. शहर में ज्यादातर एक समुदाय विशेष के घरों पर हमला किया गया. ऐसी आग लगी, जो अब तक नहीं बुझ पाई है. अब तक 54 शव बरामद किए गए हैं. वहीं दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक शहर में पेट्रोल 200 रुपए में बेचा जा रहा है. 


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200 रुपए हुआ पेट्रोल
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक शहर के हालात खराब है. पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें लगी हुई हैं. शहर में 200 रुपए लीटर तक पेट्रोल बेचा जा रहा है.


खाने के लिए परेशान लोग
हालात इतने खराब हैं कि लोगों को खाने के लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है. शहरवासियों के घरों मे राशन खत्म हो गया है. इसके अलावा इंफाल में ट्रेनों की आवाजाही पर रोक लगी हुई है. कर्फ्यू भी लगा हुआ है. हालांकि, कर्फ्यू में ढील दी जा रही है, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. 


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23 हजार लोगों को हुआ रेस्क्यू
शहर में हिंसा भड़कने के बाद भारतीय सेना और असम राइफल्स मौके पर पहुंची और मोर्चा संभाला. दोनों ने मिलकर अब तक करीब 23 हजार लोगों का सफल रेस्क्यू किया है. 


बता दें कि मैतेई समुदाय को रिजर्वेशन देने के मामले पर मैतेई और नगा-कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़की है. ये तीनों मणिपुर के मुख्य समुदाय है.नगा और कुकी में अधिकतम ईसाई हैं. इसके अलावा ये दोनों समुदाय जनजाति में आते हैं.  जबकि मैतई राज्य में ज्यादा जनसंख्या वाली समुदाय है. इसमें हिंदू और मुस्लिम हैं. प्रदेश में हाल ही में विधानसभा चुनाव हुए हैं.