अव‍िनाश प्रसाद/बस्‍तर: जगदलपुर में टेलिफोनिक ठगी का एक अनोखा मामला सामने आया है. एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर आरोपियों ने छात्रा के परिजनों से 22 लाख रुपयों की ठगी की है. दोनों आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उन्हें न्यायालय में पेश किया जा रहा है.


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झांंसे में आकर द‍िए 22 लाख रुपये  
जगदलपुर पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अगस्त से दिसंबर 2017 के बीच जगदलपुर की रहने वाली छात्रा ने NEET की परीक्षा दी थी. छात्रा को एक कॉल आया जिसमें उसे मेडिकल कॉलेज में सीट दिलवाने की बात कही गई. झांसे में आकर प्रार्थना के पिता ने आरोपियों को 22 लाख रुपये दे दिए. कुछ समय बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई.


पुल‍िस ने क‍िया अरेस्‍ट 
तफ्तीश के दौरान पुलिस को आरोपियों के नागपुर में होने की जानकारी मिली. पुलिस ने एक दल का गठन किया और नागपुर से आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस जगदलपुर ले आई. आरोपी पंकज दुबे मूलत:  उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और उसने बीटेक की पढ़ाई की है और शेयर मार्केट में काम करता है. दूसरा आरोपी चंद्रशेखर राव नागपुर का रहने वाला है. उसने सिविल इंजीन‍ियर‍िंग की है और ठेकेदारी का काम करता है. आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. दोनों के खिलाफ धारा 420 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है. 


एमबीबीएस सीट में एडमिशन दिलाने का द‍िया था झांसा 
आरोपियों द्वारा इस ठगी के मामले में सुनियोजित तरीके से योजना बनाकर इस कार्य को अंजाम दिया गया है. दोनों आरोपियों ने मिलकर मेडिकल काॅलेज में एडमिशन के लिये होने वाली NEET परीक्षा में सम्मिलित हुए परीक्षार्थियों की सूची लेकर सबंधित परीक्षार्थियों के मोबाइल नंबरों पर सम्पर्क कर अलग-अलग मेडिकल काॅलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर संबंधित परीक्षार्थी अथवा उनके अभिभावकों को मोबाइल फोन के माध्यम से सम्पर्क किया. मेडिकल काॅलेज में एमबीबीएस सीट में एडमिशन दिलाने का झांसा देकर उनसे रुपये-पैसे लेकर उन्होंने ठगी की. आरोपियों के द्वारा प्रार्थिया की पुत्री को मेडिकल काॅलेज नागपुर में एमबीबीएस सीट में एडमिशन दिलाने के नाम पर उससे 22 लाख रुपये लिए गए. 


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