देश के इस इलाके में पहली बार पहुंचा मोबाइल नेटवर्क, कभी नक्सलियों का था आतंक
मोबाइल नेटवर्क के शुरू होने से पढ़े लिखे युवाओं को शासकीय नौकरी की जानकारी समय पर मिलने लगी है. वहीं ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा भी तत्काल मिलने से स्वास्थ्य लाभ भी मिल रहा है.
CG NEWS/हेमन्त संचेती: आज के समय में मोबाइल फोन हर किसी के जीवन का अहम हिस्सा है. आजकल ज्यादातर इंटरनेट वाले काम या दूर रहने वाले किसी रिश्तेदार से बात करना मोबाइल की वजह से संभव हो पाता है. हालांकि, देश में कई हिस्से हैं, जहां आज भी मोबाइल नेटवर्क लोगों के लिए नई चीज है. ऐसी ही एक इलाका छत्तीसगढ़ में है.
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के घोर नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ के कोहकामेटा में पुलिस की तैनाती के बाद से नक्सली खौफ में कमी और विकास की किरण तेजी से पहुंचने लगी है. इसके चलते इलाके में अब बदलाव की बयार नजर आने लगी है. कोहकामेटा में मोबाइल नेटवर्क की शुरुआत होने से ग्रामीणों और यहां के युवाओं को काफी लाभ पहुंचा है.
इन सुविधाओं का भी मिला लाभ
यहां के डॉक्टर भी मानते हैं कि मोबाइल नेटवर्क शुरू होने ने स्वास्थ्य सुविधा समय पर उपलब्ध हो रही है. पुलिस का कहना है कि इलाके में पुलिस की तैनाती के बाद इलाके में नक्सली दहशत में कमी आई है और लोग बेखौफ होकर विकास से जुड़ रहे हैं. यही नहीं नारायणपुर जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर अबूझमाड़ के कोहकामेटा में विकास की किरण पहुंचने पुलिस कैंप की स्थापना की गई, जिसके बाद सड़क , बिजली , पानी और स्वास्थ्य सुविधा पहुंची. अब मोबाइल नेटवर्क पहुंचने से अबूझमाड़ के ग्रामीण देश दुनिया की खबरों से रूबरू होने के साथ ही स्वास्थ्य सुविधा का लाभ भी तत्काल मिलने लगा है.
समय पर मिल रही स्वास्थ्य सुविधा
अबूझमाड़ के युवाओं का कहना है कि मोबाइल नेटवर्क आने से उन्हें काफी सुविधा मिली है. शासकीय नौकरी की जानकारी अब मोबाइल के माध्यम से समय पर मिल जा रही है. साथ ही अन्य जानकारी भी हमें मिल पा रही है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि महतारी 102 और 108 की सुविधा के लिए दूसरे जगह फोन करने जाना पड़ता था, जिससे समय पर ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा था. अब नेटवर्क की सुविधा होने पर ग्रामीण अपने घर से हो कॉल करके सुविधा का लाभ ले रहे हैं.