अबूझमाड़ के इस थाने को मिला बेस्ट थाने का अवार्ड, नक्सलियों के दबाव में हुआ था बंद
Best Thana Award: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के सबसे अंदरूनी थाने कोहकामेटा को `बेस्ट थाना का अवार्ड` मिला है. यहां थाना व कैंप स्थापित होने से माओवादियों पर दबाव बढ़ा है और आम जनता की पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ी है.
नारायणपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आईजी, आयुक्त, पुलिस अधीक्षक और कलेक्टरों का कॉन्फ्रेंस आयोजित हुआ था. कॉन्फ्रेंस में समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने क्षेत्र में शांति और उन्नति के आधार पर जिला नारायणपुर के थाना कोहकमेटा को उत्कृष्ट थाना का दर्जा दिया है. बता दें कि सीएम बघेल द्वारा राज्य के केवल 03 पुलिस थाना को उत्कृष्ट थाना का दर्जा दिया गया है. जिसमें नारायणपुर का कोहकामेटा, दुर्ग का रायगढ़ और पाटन है. कोहकामेटा (नारायणपुर), कोतवाली रायगढ़ और पाटन (दुर्ग) को उत्कृष्ट थाना का दर्जा दिया है.
कोहकामेटा थाना के बारे में संक्षिप्त जानकारी
थाना कोहकामेटा जिला मुख्यालय नारायणपुर से पश्चिम में करीबन 28 किमी की दूरी पर स्थित अबूझमाड़ के सबसे अंदरूनी थानों में से एक है. करीब 1983-84 में थाना कोहकामेटा थाने को स्थापित किया गया था, किन्तु नक्सलियों के बढ़ते दबाव तथा सुरक्षागत कारणों से थाना कोहकामेटा को हटाया गया था.
ग्राम कोहकामेटा क्षेत्रान्तर्गत माओवादियों की लगातार उपस्थिति, सक्रियता व बढ़ते अपराध को दृष्टिगत् रखते हुये राज्य सरकार द्वारा 29 नवंबर 2018 को कैम्प स्थापित कर जिला बल व 53वीं वाहिनी आईटीबीपी की कम्पनी को तैनात किया गया तथा 01 जनवरी 2020 को कैम्प थाने में तब्दील किया गया. वर्तमान में थाना कोहकामेटा क्षेत्रान्तर्गत माओवादियों के माड़ डिवीजन, कुतुल एरिया कमेटी, कोहकामेटा एल.ओ.एस. व कोहकामेटा एल.जी.एस. सक्रिय रूप से कार्य कर रही है.
ग्राम कोहकामेटा क्षेत्र में कैम्प व थाना स्थापित होने बाद सुरक्षाबलों की उपस्थिति में माओवादियों पर दबाव बढ़ा है, जिससे क्षेत्र में रहने वाले आमजनता/ग्रामीणों के मन में पुलिस के प्रति विश्वास विकास सुरक्षा की भावना बढ़ी है.
थाना बनने के बाद ग्राम कुदला से कोहकामेटा की बीच आर.आर.पी-02 योजनान्तर्गत 08 किमी का रोड निमार्ण कार्य सुरक्षा बलों की उपस्थिति में पूर्ण हो चूका है. वर्तमान में कोहकामेटा से ईरकभट्टी के बीच रोड निर्माण का कार्य किया जा रहा है. इसके साथ ही आर.आर.पी-02 योजना के अन्तर्गत ग्राम किहकाड़ मुरनार, बेचा तथा कोहकामेटा से हतलानार होते हुए जिला मुख्यालय नारायणपुर तक का जी.एस.बी. कार्य पूरा हो चूका है. मार्ग जल्द ही पूर्ण हो जायेगी.
थाना स्थापित होने से सुरक्षा बलों की मौजूदगी में कोहकामेटा क्षेत्रान्तर्गत हर गांव में सोलर ड्यूल पम्प, सोलर लाईट्स, बिजली की सुविधाएं निरंतर ग्रामीणों को मिल रही है. इससे पूर्व माओवादियों द्वारा आये दिन पेड़ काटकर, गड्डे खोदकर, बिजली पोल गिराकर मार्ग अवरूद्व करने जैसी घटनाएं की जाती थी. कोहकामेटा में नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनने से लोगों को चिकित्सीय सुविधा के साथ-साथ आवश्यकता पड़ने पर एम्बुलेंस की सुविधाएं भी उपलब्ध हो रही है.
ग्राम कोहकामेटा में प्रत्येक शनिवार के दिन साप्ताहिक बाजार रहता है. अबूझमाड़ क्षेत्र के दूरस्थ ग्रामों के ग्रामीण बाजार आकर वनोपज को उचित दाम पर बेचते हैं, जिससे बाजार की रौनक बढ़ गई है. इससे पूर्व ग्रामीण अपने रोजमर्रा की चीजें खरीदने के लिए जिला मुख्यालय आया करते थे. निरंतर आमजनता व पुलिस के मेल मिलाप होते रहने से ग्रामीणों के मन में विश्वास-विकास-सुरक्षा की भावना बढ़ी है. पहले की तरह पुलिस के प्रति डर की भावना नहीं है. आवश्यकता होने पर स्वयं ही थाना में आकर अपने समस्या बताते हैं.
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थाना बनने से धान खरीदी केन्द्र, बैकिंग सुविधाएं मिलने लगी है. साथ ही सुरक्षा बलों की उपस्थिति में जिओ मोबाईल टॉवर लगाया गया है. जिसे आगामी 10 दिनों के भीतर शुरू कर दिया जायेगा, जिससे अबूझमाड़ के 10 किमी के दायरे में कवरेज होने से आसपास के ग्रामीणों को लाभ मिल सकेगा. जैसे - ग्राम ईरकभट्टी, कच्चापाल, कानागांव, मुरनार, बेचा, हतलानार, आदि आसपास के ग्रामों तक नेटवर्क आसानी से उपलब्ध हो सकेगा तथा पुलिस को ज्यादा से ज्यादा माओवादियों से संबंधित गोपनीय सूचना मिल पाएगी. थाना कोहकामेटा क्षेत्र में वर्ष 2022 में 02 आई.ई.डी. बरामद किया जा चुका है.