छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेता हत्याकांड: कॉफी हाउस में रची गई थी विक्रम बैस की हत्या की साजिश, SP ने किया खुलासा
Congress leader Vikram Bais Murder Case: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में तीन दिन पहले हुए कांग्रेस नेता विक्रम बैस हत्याकांड (Congress leader Vikram Bais murder case) में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. नारायणपुर SP प्रभात कुमार ने बताया कि डेढ़ महीने पहले आरोपियों ने हत्या की साजिश रची थी.
Chhattisagrh Congress leader Murder Case: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में 13 मई को कांग्रेस नेता विक्रम बेस की हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद अब पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने खुलासा किया है. गुरुवार को उन्होंने SP ऑफिस में हत्या की पूरी साजिश के बारे में बताया.
तीन दिन पहले हुई थी हत्या
SP प्रभात कुमार ने बताया कि 13 मई की रात अज्ञात आरोपियों द्वारा विक्रम बैस निवासी बखरूपारा नारायणपुर की धारदार हथियार और गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से जब बारीकी से पूछताछ की गई, CCTV फुटेज खंगाले गए और सायबर एनालिसिस किया गया तो इन सबके आधार पर मनीष राठौर निवासी नारायणपुर का नाम सामने आया. मनीष राठौर, जसप्रीत सिंह सिद्द्धू, विश्वजीत नाग, विप्लव और विवेक अधिकारी ने लगभग डेढ़ महीने पहले हत्या की साजिश रची थी.
इंडियन कॉफी हाउस में की मीटिंग
SP प्रभात कुमार ने बताया कि भिलाई के इंडियन कॉफी हॉउस में पिस्टल खरीदने एवं हत्या की प्लानिंग के लिए मनीष राठौर, विश्वजीत नाग, राजीव रंजन यति उर्फ राजू उर्फ बिहारी, संदीप यादव उर्फ संजू और सैमुआल उर्फ रायनुन्तलम ने मीटिंग की थी.
बिहार से लाया गया था पिस्टल
पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि हत्या में उपयोग हुआ पिस्टल बिहार के जिला सिवान से लाया गया था. घटना को अंजाम देने के पहले दो दिनों तक आरोपियों द्वारा मृतक की रेकी की गई थी. घटना के दिन मृतक विक्रम बैस को अकेला पाकर आरोपी संजू यादव और विश्वजीत नाग ने मिलकर गंडासा से वार किया और पिस्टल से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. घटना में प्रयुक्त पिस्टल को मनीष राठौर के गोदाम में छिपा दिया गया था.
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आरोपियों को रिमांड पर भेजा
नारायणपुर थाना पुलिस ने अपराध क्रमांक 54/2024 धारा 302, 34 के तहत केस दर्ज किया है. प्रकरण में दुर्ग, रायपुर और बिलासपुर की एसीसीयू टीम और सायबर टीम की मदद से आरोपियों के संबंध में जानकारी एकत्रित की गई. इसी आधार पर अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा जा रहा है.
पत्रकारों को धमकी का खुलासा
आरोपियों से पूछताछ के दौरान जिले में पत्रकारों को धमकी देने के मामले का भी खुलासा हुआ है. पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आरोपी मनीष राठौर धमकी भरा पत्र लिखा था, जबकि विश्वजीत नाग द्वारा इसे पोस्ट किया गया था. जिले में किशोर आर्या परिवहन संघ अध्यक्ष को धमकी भरा पत्र व नक्सलियों के नाम पर धमकी भरे बैनर व पत्र भेजकर लोगों को डराने का काम भी इसी गैंग के द्वारा किया जा रहा था.
इनपुट- नारायणपुर से हेमंत संचेती की रिपोर्ट, ZEE मीडिया
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