Chhattisgarh News: नक्सलियों ने 15 अप्रैल को 5 राज्यों में बंद बुलाया है. 2 अप्रैल को गंगालूर क्षेत्र के कोरचोली में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के विरोध में यह बंद बुलाया गया है. शहर के अंदर जवान पर फायरिंग के बाद नक्सलियों ने शहर के बीचों-बीच पर्चे फेंककर जनता से बंद को सफल बनाने की अपील की. साथ ही लोकसभा चुनाव का बहिस्कार करने को भी कहा. नक्सलियों की पश्चिम बस्तर डिवीजनल कमेटी ने पर्चे फेंके. बंद से एक रात पहले नक्सलियों ने नवीन स्थापित कैंप छूटवाही में बीजीएल से हमला किया था. कई राउंड बीजीएल दागे. सुरक्षाबलों की जवाबी फायरिंग के बाद भागे नक्सली भाग खड़े हुए.


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13 से 15 अप्रैल तक नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ , आंध्रप्रदेश,  तेलंगाना और महाराष्ट्र  में बंद का एलान किया है. दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी और दक्षिण सब जोनल ब्यूरो की ओर से पेर्स नोट जारी कर बंद का फरमान जारी किया. नक्सलियों ने पुलिस के जवानों पर बीजापूर के गंगालूर मुठभेड़ में पीएलजीए के 4 माओवादी और 9 ग्रामीणों की हत्या करने का आरोप पर लगाया.
 
सुरक्षाबल अलर्ट
नक्सलियों के बंद को देखते हुए पुलिस और सुरक्षाबल अलर्ट हो गई है. बस्तर संभाग में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. कलेक्टर अनुराग पांडे ने कहा कि सरकार नक्सल उन्मूलन और आत्मसमर्पण के लिए कई योजनाएं चला रही है. सरकार लगातार बातचीत के लिए बुला रही है. विकास का लाभ कुछ लोग तो उठा लेते हैं, लेकिन समाज का एक बड़ा वर्ग वंचित रह जाता है.


7 नक्सली गिरफ्तार 
इसी दौरान रविवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस ने 7 नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया था. मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार नक्सलियों में से एक पर 1 लाख रुपए का इनाम भी था.  नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद किए गए हैं. नक्सलियों को किस्तराम क्षेत्र में तलाशी अभियान के दौरान पकड़ा गया था. नक्सलियों की पहचान कवासी उर्फ वांडो अयाता, माड़वी देवा उर्फ दिनेश माड़वी, बंजाम पोज्जा, कलमू गंगा, कलमु सन्ना, नुप्पो पोज्जा और रावा जोगा के रूप में हुई है. 


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19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग 


आपको बता दें कि 19 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में पहले चरण की वोटिंग होनी है . ऐसे में चुनाव से पहले 7 नक्सलियों की गिरफ्तारी पुलिस और सुरक्षाबल की बड़ी सफलता मानी जा रही है.