किशोर शिल्लेदार/राजनांदगांवः राजनांदगांव में रहने वाले छात्र आदर्श शर्मा ने नीट की परीक्षा में 720 में से 610 अंक प्राप्त कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है. अपने अथक प्रयास और लगन की बदौलत उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 16468 हासिल की है. वहीं जनरल केटेगरी में 7115 रैंक पर अपनी जगह बनाई है. उन्होनें 99.4 पर्सेंटाइल हासिल किया है. आदर्श ने इस मुकाम को हासिल कर चिकित्सा के क्षेत्र में जाने की तमन्ना लिए हुए अन्य छात्रों के लिए एक उदाहरण पेश किया है.


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मां का सपना पूरा किया


मेडिकल फील्ड में जाने को लेकर आदर्श का कहना है कि उनकी माता मंजरी शर्मा एक डॉक्टर बनना चाहती थी, लेकिन पारिवारिक कारणों की वजह से वे डॉक्टर नहीं बन पाई. अपनी माता के सपने को पूरा करने के लिए आदर्श ने भी डॉक्टर बनने की ठानी और अपने अथक प्रयास से नीट की परीक्षा पास की. अपनी इस सफलता का श्रेय आदर्श ने अपने माता-पिता और टीचर्स को दिया. उन्होनें कहा कि वह डॉक्टर बनकर शिशु रोग विशेषज्ञ या स्त्री रोग विशेषज्ञ बनना चाहते हैं.


परिवार और दोस्तों में दौड़ी खुशी की लहर


आदर्श के इस कारनामे से उनके परिवार और चाहने वालों में खुशी की लहर दौड़ गई है. आदर्श के घर पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. अपनी मेहनत और लगन के बदौलत आदर्श शर्मा ने राजनांदगांव जिले को गौरवान्वित किया है.


रोजाना 8 घंटे की मेहनत


आदर्श शुरू से ही एक होनहार छात्र रहे हैं. नीट की परीक्षा के लिए आदर्श ने काफी मेहनत की. आदर्श ने ऑनलाइन कोचिंग फिजिक्स वाला के माध्यम से अपनी तैयारी की. इसके अलावा वे घर पर 8 घंटे सेल्फ स्टडी करते थे. परीक्षा में अपना बेहतर प्रयास कर सफलता हासिल की. 


18 लाख छात्रों ने दी परीक्षा


देश के 497 शहरों और भारत के 14 शहरों के 3,570 एग्जाम सेंटर पर इस साल नीट की परीक्षा आयोजित हुई थी. जिसमें  18 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे. राजस्थान की तनिष्का ने शीर्ष स्थान हासिल किया है. दिल्ली के वत्स आशीष बत्रा और कर्नाटक के ऋषिकेश नागभूषण गंगुले ने दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है.