देवेंद्र मिश्रा/धमतरी: गुरुवार को शहर के विंध्यवासिनी वार्ड स्थित सामुदायिक भवन सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन हुआ. मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 27 जोड़ों का विवाह कराया गया. इस कार्यक्रम में सरकारी अधिकारी और जनप्रतिनिधी जमकर नाचे. बैंड बाजा बारात के साथ डांस कर खुशी साफ देखी जा सकती है थी. इससे जाहिर होता है कि उन्हें कुछ पल इंजॉय भी करने मिल जाये तो वे उसे खाली नही जाने देंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

27 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे
महिला और बाल विकास की मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत जिले में 27 जोड़े परिणय सूत्र में बंध गए. इनमें नगरी से 15, धमतरी शहर से 10 और मगरलोड से 2 जोड़े शामिल हुए. महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा स्थानीय विंध्यवासिनी मंदिर स्थित सामुदायिक भवन में सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित था.


ये भी पढ़ें: विदेशों में रंग बिखेर रहा है छत्तीसगढ का हर्बल गुलाल, इसे बनाने वाली महिलाओं को सीएम बघेल ने दी बधाई


बारात की रश्म में नाचे अधिकारी और नेता
विवाह से पहले बारात की रश्म निभाई गई. बाकायदा बैंड बाजे में सभी दुल्हे की बारात निकाली गई. आगे-आगे जनप्रतिनिधि और सरकारी अफसर बाराती बनकर चल रहे थे. पीछे पीछे दुल्हे की टोली थी. बाजे की धुन में महिला एवं बाल विकास विभाग के सारे अधिकारी कर्मचारी थिरकते नजर आए. वार्ड पार्षद और जनप्रतिनिधि भी बैंड बाजा में जमकर डांस किया है.


कौन-कौन हुआ शामिल
कार्यक्रम में सिहावा विधायक डॉ लक्ष्मी ध्रुव, नगर निगम महापौर विजय देवांगन, जिला पंचायत अध्यक्ष कांति सोनवानी, ज़िला पंचायत सदस्य कविता बाबर, शरद लोहाना, मोहन लालवानी सहित जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिकों ने दाम्पत्य जीवन में प्रवेश करने पर इन नव जोड़ों को आशीर्वाद देने पहुंचे.


ये भी पढ़ें: पत्नी को दहेज के लिए परेशान करता था एयरफोर्स जवान, महिला ने उठाया ये कदम


योजना में क्या देती है सरकार
बता दें शासन द्वारा इस मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत प्रति जोड़ा 25 हजार रूपए दिया जाता है. इसमें 14 हजार रूपए गृहस्थी के सामान, पांच हजार रूपए विवाह आयोजन, पांच हजार रूपए वर-वधु के परिधान, साज-सिंगार पर व्यय किया जाता है और एक हजार रूपए का चेक कन्या को बतौर भेंट दिया जाता है.


LIVE TV