नदी के एनीकेट को पार करने की बुजुर्ग कर रहा था कोशिश, बहने से हुई मौत
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में नदी के एनीकेट को पार करते हुए एक बुजुर्ग की मौत हो गई. नदी का पानी एनीकेट के ऊपर से बह रहा था जिसे पार करने की बुजुर्ग कोशिश कर रहा था.
शैलेंद्र सिंंह बघेल/बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले से एक दर्दनाक खबर आई है. जिले के रामानुजगंज में रविवार दोपहर करीब 2 बजे नदी पार करने के दौरान कन्हर नदी एनीकेट से बहकर एक 65 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई. बुजुर्ग का नाम चितावन बताया जा रहा है जो रामचंद्र पुर विकासखंड के ग्राम पंचायत इंदरपुर खोरी का रहने वाला था.
ग्रामीणों ने निकाला शव
ग्रामीणों ने नदी में छलांग लगाते हुए पुल के आगे से शव को नदी से निकाला जिसके बाद रामानुजगंज पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव का पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया है.
एनीकेट पार करने के दौरान पैर फिसलने से बुजुर्ग की मौत
प्राप्त जानकारी के मुताबिक आज रविवार को झारखंड में साप्ताहिक बाजार करके एनीकेट के रास्ते से नदी पार करके रामानुजगंज की तरफ आ रहा था. तभी पानी के तेज बहाव के कारण पैर फिसलने से यह हादसा हो गया.
एनीकेट के उपर से बह रहा पानी
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते कन्हर नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिससे कि एनीकेट के उपर से पानी बह रहा है. इसके बावजूद लोग अपनी जान जोखिम में डालकर एनीकेट के रास्ते से नदी पार करते है जिसके परिणामस्वरूप हर वर्ष किसी न किसी की मौत जरूर होती है.
पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
घटना की सूचना मिलने पर रामानुजगंज पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम कराने के लिए शव को रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भेज दिया गया है. इस घटना से कई सवाल खड़े हो गए हैं. यहां एक बैनर लगा है जिसमें लिखा गया है कि एनीकट को पार करने से खतरा हो सकता है लेकिन फिर भी इस संदेश को लोग नहीं समझ रहे हैं.
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