चुन्नीलाल देवांगन/रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से देशभर के स्कूली छात्र छात्राओं से परीक्षा पे चर्चा (Pariksha Pe Charcha) की. राजधानी रायपुर के डुंडा स्थित कृष्णा पब्लिक स्कूल में भी एलईडी के माध्यम से स्कूली बच्चो ने परीक्षा पे चर्चा देखा. इस दौरान पीएम मोदी ने 12वीं की छात्रा के सवाल का जवाब दिया. कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और सांसद सुनील सोनी मौजूद रहे.


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पीएम मोदी ने छात्रा को समझाया
दरअसल केपीएस स्कूल की 12वीं की छात्रा अदिति दीवान का रिकॉर्डेड सवाल भेजा गया था. अदिति ने समय पर कार्य पूरा ना कर पाने का प्रश्न प्रधानमंत्री से पूछा था. पीएम मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि काम करने से संतोष होता है. काम ना करने से थकान लगती है. कागज और पेंसिल लेकर डायरी पर लिखे. नोट करें, कि कितना समय कहां बिताते हैं. कितना समय किस विषय को देते हैं, इसका एनालिसिस किजिए. 



पीएम मोदी ने आगे कहा कि आप पाएंगे कि अपनी पसंद की विषय पर आप ज्यादा समय लगाते हैं. जब माइंड फ्रेश हो तो कठिन विषय पर पढ़ाई करे.  एक स्लैब बनाकर पढ़ेंगे तो रिलेक्सेशन मिलेगा पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी.  वहीं प्रधानमंत्री ने मां का उदाहरण देते हुए कहा कि अपनी मां की गतिविधियों को ढंग से ऑब्जर्व करेंगे तो पता चलेगा कि समय का सदुपयोग कैसे करना है



नकल करने वाले जिंदगी में फंसे रहेंगे
वहीं तालकटोरा स्टेडियम में ही मौजूद बस्तर के स्वामी आत्मानंद स्कूल के छात्र रूपेश कश्यप ने पीएम मोदी से सवाल पूछा कि जो एग्जाम में चीटिंग करते है, इससे कैसे बचा जाए. इस पर पीएम मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि कुछ शिक्षक बच्चों को नकल करने में समर्थन करते है. अब जिंदगी बदल चुकी है, ये आवश्यक है कि एक एग्जाम से निकले मतलब जिंदगी निकल गई संभव नहीं. नकल करने वाले एक दो एग्जाम तो निकाल लेंगे. जिंदगी नहीं पार कर पाएंगे. एग्जाम में नकल की तो आगे चलकर जिंदगी में फंसे रहेंगे. जो विद्यार्थी कड़ी मेहनत करते हैं उनकी मेहनत जिंदगी में रंग लाएगी.