PM Modi जारी करेंगे `महतारी वंदन योजना` की पहली किस्त, 70 लाख से ज्यादा महिलाओं को होगा लाभ
Mahtari Vandan Yojana: छत्तीसगढ़ की महतारियों का इंतजार 10 मार्च को खत्म होने जा रहा है. रविवार को महतारी वंदन योजना की पहली किस्त महिलाओं के खाते में आए जाएगी. राज्य की कुल 70 लाख से ज्यादा महिलाओं को इस योजना का सीधा लाभ पहुंचेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होंगे.
Mahtari Vandan Yojana: महतारी वंदन योजना की पहली किस्त 10 मार्च यानि कल जारी होगी. पहली किश्त के 1000 रुपए 70 लाख से ज्यादा महिलाओं के खाते में आएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली कार्यक्रम में शामिल होंगे. पीएम नरेंद्र मोदी महिलाओं को सम्बोधित भी करेंगे. महतारी वंदन सम्मेलन का आयोजन कल दोपहर 1 बजे राजधानी रायपुर सहित सभी जिला मुख्यालयों, ब्लॉक मुख्यालयों, नगरीय निकायों में होगा. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय रायपुर में आयोजित मुख्य समारोह में शामिल होंगे. इस दौरान छत्तीसगढ़ में बाल विवाह मुक्त अभियान का भी शुभारंभ होगा.
बता दें कि भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ में महिलाओं के कल्याण के लिए 'महतारी वंदन योजना' शुरू की है. इस योजना के तहत पात्र महिलाओं के खाते में हर महीने 1,000 रुपये आएंगे. योजना का लाभ लेने के लिए कुल 70 लाख 26 हजार 352 आए प्राप्त हुए थे, लेकिन 70 लाख 14 हजार 581 आवेदन पात्र पाए गए. कुल 11771 फॉर्म रिजेक्ट हुए थे. ये फॉर्म गलत जानकारी और दस्तावेजों की कमी की वजह से रिजेक्ट हुए थे.
आगे फिर मिल सकता है मौका
महतारी वंदन योजना के लिए आवेदन करने का आखिरी दिन 20 फरवरी था. इस पर विपक्ष ने तारीख बढ़ाने की मांग की थी. इसको लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने का था कि महतारी वंदन योजना वन टाइम स्कीम नहीं है. ये आने वाले समय में चलती रहेगी. यह योजना सतत आगे भी चालू रहेगा. कोई पात्र अगर छूट जाएंगी तो फिर से उनका फॉर्म भरा जाएगा और महतारी वंदन योजना का लाभ दिया जाएगा.
विपक्ष ने साधा निशाना
70 लाख से ज्यादा महिलाओं को लाभ के आंकड़े पर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा था. पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा था कि भाजपा का आंकड़ा झूठा है. 50 लाख से अधिक फॉर्म रिजेक्ट कर दिए. सरकार सच्चाई छुपाना चाह रही है. माता बहनों के साथ धोखा किया है. चुनाव के समय हर विवाहित महिलाओं को 12000 देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद क्राइटेरिया बांट दिया गया. छत्तीसगढ़ के माता बहनों को जितना लाभ मिलना चाहिए, नहीं मिला.
रिपोर्ट: सत्य प्रकाश, रायपुर