क्या फर्जी है Kanker Naxal Encounter? बघेल ने उठाए सवाल, शाह ने दिए आंकड़े, डिप्टी CM बोले- घड़ियाली आंसू
Kanker Naxalite Encounter Update: छत्तीसगढ़ के कांकेर में 16 अप्रैल को पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए. अब इस पर सियासत भी होने लगी है. भूपेश बघेल और दीपक बैज ने इसके फर्जी होने की आशंका जताई है. वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने अबतक की कार्रवाई के आंकड़े दिए हैं जबकि डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने भूपेश बघेल पर निशाना साधा है.
Kanker Encounter: रायपुर/दिल्ली। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में मंगलवार को पुलिस मुठभेड़ में मारे गए 29 नक्सलियों के मामले में कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी शासनकाल में कई फर्जी मुठभेड़ हुई हैं जो हमारे शासनकाल में नहीं हुईं. भाजपा सरकार में कई फर्जी गिरफ्तारियां हुई हैं. इधर, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद नक्सली एनकाउंटर के मामले में तेजी आई है.
भूपेश बघेल ने उठाए सवाल
भूपेश बघेल ने कांकेर में जवानों के शौर्य की सराहना करते हुए पूर्व में हुए मुठभेड़ को फर्जी भी बताया. उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को नक्सली बताकर मार गिराया गया था वह ग्रामीण था, उसके परिवार के लोगों ने बयान दिया है. रमन सिंह के कार्यकाल में कई फर्जी मुठभेड़ हुई हैं. इसे लेकर विधानसभा में आए दिन सवाल खड़े किए गए हैं.
VIDEO: तो क्या कांकेर मुठभेड़ फर्जी था, पूर्व सीएम भूपेश बघेल का सनसनीखेज दावा
पूर्व सीएम ने कहा, 'हमारी सरकार ने पिछले पांच सालों में नक्सलियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की है. बीजेपी शासनकाल में कई फर्जी मुठभेड़ हुई हैं जो हमारे शासनकाल में नहीं हुईं. भाजपा सरकार में कई फर्जी गिरफ्तारियां हुई हैं.' दूसरे ओर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कांकेर की घटना में 29 नक्सली मारे जाने को कांग्रेस बड़ी उपलब्धि बताया है लेकिन दूसरी तरफ उन्होंने कहा कि सरकार का दावा सच है तो बड़ी उपलब्धि है. अगर निर्दोष ग्रामीण हैं तो सरकार पर प्रश्न चिन्ह है.
चुनाव से इतनी बड़ी मुठभेड़ संयोग नहीं: बैज
बैज ने आगे कहा कि सत्य सामने आना चाहिए. घटना में मारे गए लोग सच में नक्सली हैं या निर्दोष ग्रामीण हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीने में फर्जी मुठभेड़ कर ग्रामीणों को मारा गया है. जिसपर सरकार का कोई बयान नहीं आया. सरकार को स्पष्ट करना चाहिए ये पूरे 29 नक्सली हैं. चुनाव के ठीक पहले इतनी बड़ी मुठभेड़ संयोग नहीं है.
अमित शाह ने दिए आंकड़े
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, "छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली. जब से मोदीजी प्रधानमंत्री बने हैं तब से बीजेपी सरकार ने नक्सलवाद और आतंकवाद के खिलाफ लगातार अभियान चलाया है. छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने से उस अभियान को और गति मिली है. 2014 से हमने कैंप लगाना शुरू किया. 2019 में सरकार बनने के बाद लगभग 3 महीने की अवधि में कम से कम 250 कैंप लगाए जा चुके हैं. छत्तीसगढ़ में 80 नक्सली मारे गए हैं. 125 से ज्यादा गिरफ्तार किए गए हैं. 150 से ज्यादा नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि यह आगे भी जारी रहेगा और बहुत कम समय में हम उखाड़ फेंकेंगे."
विजय शर्मा ने बताया घड़ियाली आंसू
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा का भी बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि जवानों के सामर्थ्य के कारण सब कुछ हुआ है. बड़ी सफलता जवानों को मिली है. नक्सलियों के मांद में घुसकर उनको मार गिराया है.
वीडियो: एनकाउंटर स्पेशलिस्ट को डिप्टी CM का Video Call, जवान से जाना कैसे हुई मुठभेड़
भूपेश बघेल बयान पर शर्मा ने कहा कि क्या जवानों को जो गोली लगी है वो फर्जी है? जो समान मिले हैं वो फर्जी है ? अब घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. जब हत्याएं होती हैं तब कहां होते हैं ये लोग. पूर्व मुख्यमंत्री को ऐसा नहीं करना चाहिए. झीरम के सबूत आज तक जेब में ही रखे हैं निकलते क्यों नहीं हैं.