चूजों का शिकार बना अजगर के लिए आफत, अटकी सांस को कुछ ऐसे हुआ रेस्क्यू
कोरबा में एक अजीब घटना घटी है, जहां चूजों का शिकार करने के चक्कर में अजगर की जान पर आफत आ गई. पोल्ट्री फार्म में शिकार करना करने के बाद अजगर जब पिंजरे से वापस निकलने लगा तो वो पेट फूलने के कारण जाली में फंस गया. हालांकि कुछ समय बाद रेस्क्यू टीम की मदद के बाद उसे बचा लिया गया.
कोरबा: गोकुल नगर खटाल क्षेत्र में एक अजूब घटना सामने आई है. यहां चूजों का शिकार करने के चक्कर में अजगर की जान पर आफत आ गई. फार्म में मुर्गी के चूजों का शिकार करने के बाद अजगर जब पिंजरे से वापस निकलने लगा तो वो पेट फूलने के कारण जाली में फंस गया. कांटेदार तार से बाहर नहीं निकल पाने पर अजगर तार और दीवार के बीच छोटे से छेद से निकलने की कोशिश की और उस छेद मे फंस गया.
इस तरह हुई जानकारी
पूरा मामला कोरबा के गोकुल नगर खटाल का है. जहां देवेंदर शर्मा का पोल्ट्री फार्म है. जब देवेंद्र शर्मा पोल्ट्री फार्म में रखे चूजे को देखने के लिए पहुंचे तो देखा एक अजगर कांटेदार तार और दीवार के बीच छोटे से छेद में फंसा हुआ है और उसका पेट फूला हुआ था. फॉर्म के मालिक ने अजगर को दयनीय स्थिति में देखा तो स्नेक रेस्क्यू टीम को सुचना दी, जिसके बाद अजगर को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
स्नेक रेस्क्यू टीम ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
देवेंद्र को समझते देर नहीं लगी की अजगर अपना शिकार कर पेट भर लिया है जो अब अजगर के लिए आफ़त बन गया है. पोल्ट्री फार्म संचालक ने बड़ा दिल दिखाते हुए उसको मारने के बजाए बाहर निकाल देना बेहतर समझा. उन्होंने स्नेक रेस्क्यू टीम के जितेन्द्र सारथी को इसकी सूचना दी. सुचना पर मौके पर पहुंचे जितेन्द्र सारथी ने रेस्क्यू ऑपरेशन चालू किया.
सावधानी पूर्वक बाहर निकाला बाहर
अजगर जो एक छोटे से छेद मे जाकर फंस गया था, उसको सावधानी पूर्वक बाहर निकाला गया. अजगर के सुरक्षित रेस्क्यू के बाद पोल्ट्री फॉर्म संचालक ने राहत महसूस किया. पोल्ट्री फार्म के संचालक ने जितेन्द्र सारथी और उनकी टीम के कार्य की प्रशंसा करते हुए धन्यवाद कहा. वहीं स्नेक रेस्क्यू टीम के जितेन्द्र सारथी ने पोल्ट्री फार्म के संचालक की जागरुकता की सराहना की.
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