अविनाश पटेल/सक्ती: छत्तीसगढ़ में धर्म परिवर्तन के नाम पर लोगों को गुमराह करने का काम जोरों पर है. इसी कड़ी में मालखरौदा ब्लॉक के ग्राम छोटे सीपत में आयोजित चंगाई सभा में पहुंचे एक ग्रामीण की मौत हो गई. मृतक किडनी का पेशेंट था. जानकारी के अनुसार मिशनरियों द्वारा छोटे सीपत में उद्धार का महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया था. शख्स की मौत के बाद हंगामा मच गया. बता दें कि मृतक को बहला फुसलाकर प्रार्थना सभा लाया गया था. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चंगाई सभा के दौरान मौत
दरअसल, सक्ती जिले के मालखौदा विकासखंड के छोटे सीपत में चंगाई सभा का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में ग्रामीणों को बहला फुसलाकर बीमारी दूर करने की बात कहकर बुलाया गया था. सभा में किडनी फेल पेशेंट ग्राम अमेराडीह निवासी संत राम सिदार (39) भी अपनी बीमारी दूर होने का भरोसा लेकर पहुंचा था. जहां उसकी मृत्यु हो गई. सभा में ग्रामीण की मौत होने से सनसनी फैल गई. मृतक की पत्नी ने बताया कि वह चंगाई सभा में शामिल होने आए थे. लेकिन इसी दौरान उसके पति की मौत हो गई. 


भाजपा नेत्री ने की जांच की मांग
वहीं इस मामले को लेकर भाजपा नेत्री संयोगिता युद्धवीर सिंह जूदेव ने शासन प्रशासन से गंभीरता से जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए. मतांतरण करने की जो गतिविधियां संचालित है उसे रोकना जरूरी है.


यह भी पढ़ें: Chhattisgarh: पूर्व मंत्री अमरजीत भगत पर IT का छापा, कई बिल्डर्स और कारोबारियों के ठिकानों पर पहुंची टीम


 


जशपुर में धर्मांतरण को लेकर बवाल
उधर, जशपुर के दोकड़ा गांव में भी चंगाई सभा करने का मामला सामने आया है. जशपुर के दोकड़ा गांव में चंगाई सभा में धर्मांतरण की शिकायत पुलिस को मिली. जिसके बाद मौके पर पहुंचकर पुलिस ने एक व्याक्ति को गिरफ्तार किया है. जबकि एक फरार हो गया है. दरअसल, दोकड़ा ग्राम से लगे करमटोली बस्ती में ओडिशा से आये कुछ लोगों द्वारा चंगाई प्रार्थना किया जा रहा था. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. लेकिन पुलिस के आने से पहले चंगाई करा रहे पास्टर मौके से फरार हो गए.