Chhattisagrh School Time Change: चिलचिलाती धूप से बच्चों को राहत, छत्तीसगढ़ के इस जिले में बदला स्कूलों का समय
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बढ़ती गर्मी को देखते हुए स्कूलों का समय बदल दिया गया है. गर्मी की छुट्टियां शुरू होने तक नए समय पर स्कूल लगेंगे, लेकिन परीक्षाओं के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
School Timing Change in Korba: अप्रैल महीना अभी शुरू ही हुआ है और छत्तीसगढ़ में अभी से आसमान से मई-जून जैसी आग बरसने लगी है. तापमान में बढ़ोत्तरी से लोगों का हाल बेहाल हो गया है. सूरज की तपिश के कारण लोग घरों से बाहर निकलने में घबरा रहे हैं. ऐसे में इस गर्मी में स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए कोरबा में स्कूलों का समय बदल दिया गया है. इस संबंध में जिला प्रशासन ने आदेश भी जारी कर दिया है.
बदला स्कूलों का समय
जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से जारी आदेश के अनुसार सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल सुबह 7:30 बजे से 11:30 बजे तक ही संचालित किए जाएंगे. वहीं, जिन स्कूलों में दो शिफ्टों में क्लास लगती है वहां प्राइमरी और मिडिल क्लासेस 7:30 बजे से 11:30 बजे तक लेगेंगी. हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल की कक्षाएं सुबह 11:30 से शाम 4:30 बजे तक संचालित की जाएंगी. ये आदेश सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों के लिए जारी किया गया है.
नहीं बदला परीक्षाओं का समय
स्कूलों का समय तो बदल गया है लेकिन आदेश के मुताबिक परीक्षाओं के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यानी परीक्षाएं अपने निर्धारित समय में ही आयोजित होंगी.
गर्मी की छुट्टियों तक रहेगा यही समय
सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में क्लासेस का नया समय गर्मी की छुट्टियां शुरू होने तक लागू रहेगा. यानी समर हॉलीडे शुरू होने से पहले तक क्लासेस सुबह 7.30 बजे से 11:30 बजे तक ही लगेंगी. जबकि हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल की क्लासेस सुबह 11:30 से शाम 4:30 बजे तक संचालित होंगे.
बच्चों और पेरेंट्स को मिली राहत
स्कूलों के समय में बदलाव से बच्चों, पेरेंट्स और टीचर्स को काफी राहत मिली है. बच्चों का कहना है कि गर्मी के चलते वह काफी परेशान हैं. ऐसे में अब 12 बजे तक स्कूल लगने से गर्मी कम लगेगी और बीमार होने का खतरा भी कम रहेगा.
गर्मी में बढ़ जाता है बीमारियों का खतरा
छत्तीसगढ़ में लगातार पारा हाई हो रहा है. पारे के चलते लोग सर्दी, जुखाम, बुखार के साथ तेज धूप और लू में हीट स्ट्रोक, पेट दर्द जैसी बीमारियों से परेशान होने लगते हैं.
इनपुट- कोरबा से नीलम दास पडवार की रिपोर्ट, ZEE मीडिया