Chhattisgarh News: दुर्ग स्टेशन पर लावारिस मिले 12 बच्चों का क्या है हैदराबाद से कनेक्शन, RPF ने किया रेस्क्यू
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2184132

Chhattisgarh News: दुर्ग स्टेशन पर लावारिस मिले 12 बच्चों का क्या है हैदराबाद से कनेक्शन, RPF ने किया रेस्क्यू

Durg News: दुर्ग रेलवे स्टेशन पर RPF की टीम ने 12 बच्चों का रेस्क्यू किया है. इन सभी बच्चों की उम्र 8 से 15 साल के बीच है, जो हैदराबाद के एक गुरुकुल के बताए जा रहे हैं.  

Chhattisgarh News: दुर्ग स्टेशन पर लावारिस मिले 12 बच्चों का क्या है हैदराबाद से कनेक्शन, RPF ने किया रेस्क्यू

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर 12 बच्चों को लावारिस हालत में पाया गया. इन सभी बच्चों की उम्र 8 से 15 साल के बीच है. अचानक जब इन बच्चों पर RPF टीम की नजर पड़ी तो देखा कि बच्चों के साथ कोई भी गार्जियन नहीं था. पूछताछ में इन सभी का हैदराबाद से कनेक्शन निकला. पढ़िए पूरी स्टोरी

RPF ने 12 बच्चों को बचाया
अधिकारियों ने बताया कि RPF की टीम दुर्ग रेलवे स्टेशन में सर्च कर रही थी. इस दौरान टीम की नजर प्लेटफार्म नंबर-4 पर बैठे 12 बच्चों पर पड़ी. इन बच्चों के साथ कोई भी पैरेंट या गार्जियन नहीं था. ऐसे में बच्चों से पूछताछ की गई और फिर  स्टेशन के कमरे में लाया गया. इसके बाद अफसरों को बच्चों के बारे में जाकारी दी गई.

हैदराबाद से पहुंचे बच्चे
रेस्क्यू किए गए सभी बच्चों की उम्र 8 साल से 15 साल के बीच है. पूछताछ के दौरान बच्चों ने बताया कि वे हैदराबाद स्थित बालाजी गुरुकुल के छात्र हैं. अंबिकापुर में होने वाले योग कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए ये सभी सिकंदराबाद-रायपुर एक्सप्रेस से दुर्ग पहुंचे हैं. 

चाइल्ड लाइन को सौंपा
इन सभी 12 बच्चों के साथ गुरुकुल प्रबंधन की ओर से कोई भी नहीं था. ऐसे में RPF ने बच्चों को चाइल्ड लाइन की मदद से आश्रय गृह भेजा. 

ये भी पढ़ें-  ये हैं बस्तर के बेस्ट टूरिस्ट प्लेस, जाते ही मजेदार हो जाएगी छुट्टियां

देश के अलग-अलग राज्यों के हैं बच्चे
RPF दुर्ग के प्रभारी एसके सिन्हा ने बताया कि मामला रविवार का है. दुर्ग स्टेशन में जब RPF की टीम सर्च कर रही थी तो बच्चों को देखा गया. ये बच्चे देश के अलग-अलग हिस्सों से आए हैं. इनमें झारखंड, नगालैंड, असम और छत्तीसगढ़ के बच्चे हैं. फिलहाल सभी को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है. इसके अलावा हैदराबाद और बिलासपुर के कुछ परिजनों से पुलिस ने सम्पर्क कर दस्तावेज प्रस्तुत कर बच्चों को ले जाने के लिए दुर्ग बुलाया है.

इनपुट- दुर्ग से हितेश शर्मा की रिपोर्ट, ZEE मीडिया

ये भी पढ़ें- MP के इस पेड़ पर 27 क्रांतिकारियों को दी गई थी फांसी, जानें कहानी

Trending news