कोरबा: गुरुवार को कलेक्ट्रेट में एसईसीएल ( SECL ) द्वारा नौकरी नहीं दिए जाने का मामला उठा. कलेक्टर संजीव झा ने जिले के भूविस्थापितों की पीड़ा को समझते हुए उनकी जायज मांगों को लेकर खुद एसईसीएल के सीएमडी से बात की. कलेक्टर ने सीएमडी ( CMD ) को कड़ी फटकार लगाते हुए पात्र लोगों को तत्काल नौकरी देने के निर्देश दिए हैं.


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दस्तावेज वेरिफाई करने के बाद भी नहीं मिली नौकरी
कोरबा के कोयला खदानों के लिए अपनी जमीन देने वाले भूविस्थापित सालों से विस्थापन का दंश झेल रहे है. कड़ी मशक्कत के बाद वेरिफाई हुए दस्तावेजों के आधार पर भी नौकरी नहीं मिली. मामला कलेक्टर के पास पहुंची तो उन्होंने इसे गंभीरता से लिया. उन्होंने एसईसीएल के सीएमडी को कड़े शब्दों में विस्थापितों को तत्काल नौकरी दिए जाने का निर्देश दिए हैं.


बैठक में CMD के जवाब पर सख्त हुए कलेक्टर
बैठक में सीएमडी ने जैसे ही केस को दिखवाने की बात कही तो कलेक्टर ने तल्ख लहजे में कहा कि विस्थापितों की नौकरी का मामला आपके लिए केस हो सकता है, लेकिन वो किसी की परिवार के लिए जिंदगी का सवाल है. अगर आगे आपको बिना किसी रुकावट के काम करना है तो प्राथमिकता के आधार पर भुविस्थापितों के नौकरी के मामले का निपटान करें.


SECL कुछ इस तरह से अंटकाती रही है मामला
कलेक्टर के तेवर से एसईसीएल ( SECL ) के अधिकारी सख्ते में है. माना जा रहा है जल्द ही इनके मामलों का निपटारा किया जा सकता है. इससे पहले की बैठकों में एसईसीएल के एरिया जीएम प्रकरण सीएमडी कार्यालय में लंबित होने का हवाला देते थे. फिलहाल कलेक्टर संजीव झा ने सीएमडी को ही मामले के जल्द निपटारा करने के निर्देश दिए है.


पहले भी हो चुके हैं कई आंदोलन
बता दें जिले में एसईसीएल ( SECL ) द्वारा नौकरी नहीं दिए जाने का मामला पुराना है. इसके लिए क्षेत्रीय लोग लगातार मांग उठाते रह हैं. जिले में किसान और स्थानीय लोग अपनी मांग को लेकतर प्रदर्शन बी करते रहे हैं. इस कारण कई बार खदान के अंदर कोयला उत्पादन ठप्प कर डिस्पैच को भी रोका जा चूका है, लेकिन अभी तक कंपनी द्वारा कोई सुनावई नहीं हुई. अब संभावना जताई जा रही है कि कलेक्टर के निर्देश के बाद जल्द समस्या का निदान हो सकता है.


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