हितेश शर्मा/दुर्ग : ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (Shankaracharya of Jyotish Peeth Swami Avimukteshwaranand Saraswati ) आज छत्तीसगढ़ जिले (CG News) के दुर्ग दौरे पर थे.जहां वे शिक्षाविद् आई.पी. मिश्रा के घर पहुंचे. उन्होंने कहा कि धर्मांतरण जो हो रहा है. वह धार्मिक कारण से नहीं केवल राजनीतिक कारण से हो रहा है. कोई धर्म वाले हैं वह चाहते हैं कि विश्व में खाली हम ही हम हो जाए और जो धर्मांतरण का विरोध हो रहा है. वह भी धार्मिक कारण से नहीं हो रहा है. वह भी एक राजनीति कारण से किया जा रहा है.जिसको राजनीति करनी है.किसी को धर्मांतरण करके राजनीति सफल हो रही है और किसी को धर्मांतरण का विरोध कर कर राजनीति को सफल कर रहे हैं. सब चीजें राजनीति के लिए हो रही है धर्म के लिए कुछ नहीं. किसी का जीवन अब तक पूछा नहीं होता है जो धर्मांतरण किया हो जो वापस लौट कर आ चुका हूं दोनों वैसे ही अभी भी है. 


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आगे अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि बजरंग दल जिस संस्था का नाम है. संस्था का नाम बजरंग दल रख देने से कोई बजरंगबली नहीं हो जाता और संस्था जैसा आचरण करेगी. वैसा ही उसका व्यवहार होगा. बजरंग दल के लोगों ने ऐसा कोई कार्य किया होगा. इसलिए समाज में इतनी बातें चल रही हैं. उसी हिसाब से उनकी छवि है. 



 


विनय कटियार की उपेक्षा क्यों?शंकराचार्य 
वहीं अविमुक्तेश्वरानंद ने विनय कटियार को लेकर भी बड़ा बयान दिया. अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि पहले राम जन्मभूमि आंदोलन में बजरंग दल के बड़ी भूमिका थी विनय कटियार उसके अध्यक्ष थे, लेकिन अब राम मंदिर बन रहा है तो विनय कटियार की उपेक्षा हो रही है. शंकराचार्य ने कहा कि हम पूछना चाहते हैं कि विनय कटियार की उपेक्षा क्यों? इसका मतलब यह है कि जो लोग मंदिर बना रहे हैं.उन्हीं लोगों ने उनके योगदान को नकार दिया है.