शैलेंद्र सिंह ठाकुर/बिलासपुरः (Bilaspur News) छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सड़क हादसे में घायल ग्रामीण की मौत हो गई थी. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने शहर के प्रथम हॉस्पिटल प्रबंधन पर किडनी चोरी (kidney theft) करने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर को शिकायत (complaint to the collector) की थी. कलेक्टर के आदेश पर 27 दिन बाद बुधवार को कब्र (grave) खोदकर शव को बाहर निकाला गया, जिसके बाद शव को सिम्स अस्पताल (sims hospital) के पोस्मार्टम हाउस में रखा गया है.


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आज डॉक्टरों की टीम शव का पोस्टमार्टम कर रही है, इस दौरान परिजन हॉस्पिटल प्रबंधन से खुद फोटोग्राफी करने की मांग कर बहस करने लगे. किसी तरह पुलिस ने उन्हें समझाया, जिसके बाद मृतक का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.


जानिए पूरा मामला
आपको बता दें कि बीते 14 अप्रैल को पचपेड़ी क्षेत्र के सोन लोहरसी में रहने वाले धरमदास मानिकपुरी शादी का कार्ड बांटने पामगढ़ की ओर जा रहे थे. इस दौरान सांवरिया डेरा के पास उनकी बाइक बोलेरो कार से टकरा गई थी. इस दौरान धरमदास गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए सरकंडा के प्रथम अस्पताल में भर्ती कराया गया था और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी.


पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई
अंतिम संस्कार से पहले नहलाने के लिए जब मृतक का कपड़ा उतारा गया तो उसके पेट में लंबा चीरा लगा हुआ था. जिसके बाद किडनी चोरी के आरोप में परिजनों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की थी, जिसके बाद कलेक्टर ने शव को क्रब से निकालकर पुनः पोस्टमार्टम के आदेश दिए. कलेक्टर के निर्देश के बाद शव को क्रब खोदकर बाहर निकाला गया. फिलहाल शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. इस मामले में अधिकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बात कह रहे हैं.


 


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