UP के बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी का निधन, लगातार 6 बार बने विधायक, एक बार हार और फिर नहीं लड़ा चुनाव
MLA Harishankar Tiwari: UP के बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी का निधन हो गया है. वह लंबे समय से अस्वस्थ थे. उनकी गिनती प्रदेश के कद्दावर नेताओं में होती थी. हरिशंकर के निधन पर वरिष्ठ नेताओं ने शोक जताया है.
Harishankar Tiwari Passed Away: UP के पूर्व मंत्री और बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी ने मंगलवार शाम 90 साल की उम्र में अपने आवास में अंतिम सांस ली. वे लंबे समय से बीमार थे. हरिशंकर तिवारी की गिनती प्रदेश के कद्दावर नेताओं में होती थी. वह पूर्वांचल के बाहुबली नेता के नाम से मशहूर थे. लोग उन्हें प्यार से बाबूजी कहकर बुलाते थे.
बुधवार को होगा अंतिम संस्कार
बुधवार की सुबह हरिशंकर तिवारी का शव दर्शनार्थ हाता परिसर में रखा जाएगा. इसके बाद बड़हलगंज स्थित गांव टांडा ले जाया जाएगा. यहां नेशनल इंटर कॉलेज में उनका शव दर्शनार्थ के लिए रखा जाएगा. बता दें कि तिवारी इस कॉलेज के प्रबंधक रहे हैं। बड़हलगंज स्थित मुक्तिधाम पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
लगातार 22 साल तक रहे विधायक
हरिशंकर तिवारी गोरखपुर की चिल्लूपार विधानसभा सीट से लगातार 22 सालों तक (1985 से 2007) विधायक रहे. वह 6 बार विधायक चुने गए. उन्होंने साल 1985 में पहली बार निर्दलीय चुनाव लड़ा था, इसके बाद कई राजनीतिक दल के टिकट पर चुनाव लड़कर जीतते रहे हैं. वह तीन बार कांग्रेस की टिकट पर जीते और UP सरकार में मंत्री बने. साल 2012 में वह चुनाव हार गए और फिर कभी चुनाव नहीं लड़ा.
ये भी पढ़ें- पीरियड्स के दौरान फिजिकल होना कितना सही? रोमांटिक होने से पहले जानें डिटेल
ब्राह्मण राजनीति के लिए थे मशहूर
हरिशंकर तिवारी प्रदेश में अपनी ब्राह्मण राजनीति के लिए मशहूर थे. वह 1997 से साल 2007 तक पांच अलग-अलग सरकार में मंत्री रहे. वह कल्याण सिंह की BJP सरकार में मंत्री पद पर रहे. इसके बाद मुलायम सिंह यादव की सपा सरकार में भी मंत्री थी. साल 2000 में वह राम प्रकाश गुप्ता की सरकार में स्टाम्प और पंजीकरण कैबिनेट मंत्री थे. इसके अलावा 2001 में राजनाथ सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री थे और 2002 में मायावती की सरकार में भी मंत्री थे. बता दें कि बाहुबली हरिशंकर तिवारी का इतना दबदबा था कि पुलिस भी उनका बयान लेने से डरती थी.