भोपालः देश का दिग्गज आईटी समूह विप्रो, भोपाल में एक यूनिवर्सिटी की स्थापना करेगा. यह यूनिवर्सिटी 18 माह में बनकर तैयार हो जाएगी. इस यूनिवर्सिटी का निर्माण अजीम प्रेमजी फाउंडेशन करेगी. इस मुद्दे पर शुक्रवार को विप्रो समूह के प्रमुख अजीम प्रेमजी और सीएम शिवराज के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा हुई. सीएम शिवराज ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

50 एकड़ जमीन आवंटित
मध्य प्रदेश सरकार ने भोपाल के कानासैया में विप्रो यूनिवर्सिटी के लिए 50 एकड़ जमीन आवंटित की है. भोपाल के मास्टर प्लान में यह जमीन अभी कृषि के लिए दर्शायी गई है लेकिन यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए जमीन के इस्तेमाल कृषि के बजाय शैक्षणिक करने के निर्देश दे दिए गए हैं. यह यूनिवर्सिटी 18 माह में बनकर तैयार हो जाएगी. साथ ही इस यूनिवर्सिटी में नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई करायी जाएगी और प्रोफेशनल कोर्सेज को रोजगार परक बनाने का प्रयास किया जाएगा. 


भोपाल को आईटी हब बनाने की तैयारी
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार राजधानी भोपाल को आईटी हब के रूप में विकसित करना चाहती है. यही वजह है कि अजीम प्रेमजी के साथ ऑनलाइन मीटिंग में सीएम शिवराज ने विप्रो का सॉफ्टवेयर डेवलेपमेंट सेंटर खोलने की अपील की. गौरतलब है कि अजीम प्रेमजी ने भी भोपाल में सॉफ्टवेयर डेवलेपमेंट सेंटर खोलने की रजामंदी दे दी है. माना जा रहा है कि जल्द ही इस दिशा में भी काम शुरू हो सकता है. 


सीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अजीम प्रेमजी से ऑनलाइन मीटिंग को लेकर ट्वीट किया. इस ट्वीट में सीएम ने लिखा कि आज विप्रो ग्रुप के प्रमुख अजीम प्रेमजी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षा योजनाओं, नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में सहयोगी बनने, बाल भवन में आदर्श आंगनवाड़ी की स्थापना और प्रदेश में कुपोषण उन्मूलन में सहयोगी बनने को लेकर विस्तृत और सकारात्मक चर्चा हुई. अपने अन्य ट्वीट में सीएम शिवराज ने अजीम प्रेमजी द्वारा समाजसेवा के क्षेत्र में किए गए कामों की भी जमकर तारीफ की और हरसंभव मदद देने की बात कही. 


शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन काम कर रही है अजीम प्रेमजी फाउंडेशन
बता दें कि विप्रो प्रमुख अजीम प्रेमजी द्वारा साल 2001 में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की शुरुआत की गई थी. यह एक गैर लाभकारी संगठन है और भारत में शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा है. यह फाउंडेशन देश के कई राज्यों में प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही है. अब इस फाउंडेशन ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी काम करना शुरू कर दिया है. 


WATCH LIVE TV