विधायक पर सरकारी जमीन बेचने का आरोप, धांधली का सालों बाद ऐसे हुआ खुलासा
मध्य प्रदेश में इन दिनों सरकार ने एंटी माफिया अभियान चलाया हुआ है. इसके तहत माफियाओं के कब्जे से सरकारी जमीन मुक्त करायी जा रही है.
ग्वालियरः सुमावली विधायक पर सरकारी जमीन को अपना बताकर बेचने का आरोप लगा है. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.
क्या है मामला
मुरैना जिले के सुमावली से कांग्रेस विधायक अजब सिंह कुशवाहा पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी जमीन को अपनी बताकर बेच दिया है. पटवारी की शिकायत पर ग्वालियर के महाराजपुरा थाने में केस दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
एंटी माफिया अभियान में हुआ खुलासा
मध्य प्रदेश में इन दिनों सरकार ने एंटी माफिया अभियान चलाया हुआ है. इसके तहत माफियाओं के कब्जे से सरकारी जमीन मुक्त करायी जा रही है. इसी अभियान के तहत 15 दिन पहले महाराजपुरा थाने के विक्रमपुर खेरिया गांव में एंटी माफिया मुहिम के तहत एक बीघा जमीन पर से अवैध कब्जा हटाया गया था. जिन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उनका कहना है कि उन्होंने यह जमीन विधायक अजब सिंह से खरीदी है.
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जमीन की रजिस्ट्री भी हुई
जमीन पर कथित तौर पर कब्जा करने वाले लोगों का कहना है कि उन्होंने यह जमीन विधायक अजब सिंह से खरीदी है और सभी ने जमीन की रजिस्ट्री भी करायी है. जमीन खरीदने के लिए जो भुगतान किया गया है, उसका भी सबूत उनके पास है. यही वजह है कि पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है.
कांग्रेस से पहले भाजपा और बसपा में रह चुके हैं अजब सिंह
सरकारी जमीन बेचने के आरोपी विधायक कांग्रेस पार्टी के हैं लेकिन इससे पहले वह भाजपा और बसपा से भी जुड़े रहे हैं. अजब सिंह साल 2014 तक बसपा के सदस्य थे. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव के वक्त वह बसपा छोड़कर भाजपा में आ गए थे. एमपी उपचुनाव होने से पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे. जिसके बाद कांग्रेस ने अजब सिंह को सुमावली सीट से टिकट दिया था. जहां से जीत हासिल कर अजब सिंह कुशवाहा विधायक चुने गए.
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