डकैत गौरी यादव बना साढ़े पांच लाख का इनामी, दिल्ली पुलिस के दारोगा की हत्या से आया था चर्चा में
गौरी यादव अब बीहड़ का इकलौता बड़ा डकैत है और साढ़े पांच लाख का इनाम घोषित होने के बाद अब वह कुख्यात ददुआ, ठोकिया, रागिया की श्रेणी का डैकत हो गया है.
सतनाः कुख्यात डकैत गौरी यादव पर अब सरकार ने साढ़े पांच लाख रुपए के इनाम की घोषणा की है. बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने गौरी यादव पर इनाम की राशि डेढ़ लाख से बढ़ाकर पांच लाख कर दी है. वहीं एमपी सरकार ने भी गौरी यादव पर 50 हजार रुपए का इनाम रखा हुआ है. जिसके बाद अब गौरी यादव पर कुल इनाम की रकम बढ़कर साढ़े पांच लाख हो गई है. गौरी यादव अब बीहड़ का इकलौता बड़ा डकैत है और साढ़े पांच लाख का इनाम घोषित होने के बाद अब वह कुख्यात ददुआ, ठोकिया, रागिया की श्रेणी का डैकत हो गया है.
50 से ज्यादा मामले दर्ज
गौरी यादव पर यूपी और एमपी के विभिन्न थानों में हत्या, अपहरण, फिरौती मांगने और सरकारी काम में बाधा डालने के लगभग 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. चित्रकूट के आईजी और एडीजी स्तर से गौरी यादव पर इनाम की रकम बढ़ाने की फाइल शासन को भेजी गई थी. जिसे अब सरकार की मंजूरी मिल गई है.
गौरी यादव चित्रकूट के बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के गांव बेलहरी का निवासी है. जिसकी तलाश में यूपी और एमपी की पुलिस लंबे समय से लगी हुई हैं. कुख्यात डकैत गौरी यादव ने करीब बीस साल पहले अपराध की दुनिया में कदम रखा था. साल 2013 में दिल्ली पुलिस के दारोगा की हत्या के बाद वह सुर्खियों में आया था.
बता दें कि साल 2008 में एसटीएफ ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था. दो साल बाद जेल में रहने के बाद उसने फिर से लूटपाट शुरू कर दी. 2013 में दिल्ली पुलिस बिलहरी गांव में दबिश देने गई थी. इसी दौरान गौरी यादव ने दिल्ली पुलिस के दारोगा की गोली मारकर हत्या कर दी थी और सरकारी रिवाल्वर लूटकर फरार हो गया था. बताया जाता है कि गौरी यादव तेंदू पत्ता तोड़ान में वह चौथ वसूली करता है.