भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के प्रचार के दौरान बीजेपी नेताओं के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करना पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को भारी पड़ गया है. चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनसे स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया है. चुनाव प्रचार में लगातार आपत्तिजनक बयानों को आधार बनाकर उनपर ये कार्रवाई की गई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चुनाव आयोग के मुताबिक, प्रचार के लिए की गई पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की  हवाई यात्रा का खर्च प्रत्याशी के खाते में ही जुड़ेगा. वैसे स्टार प्रचारक के प्रचार का खर्च पार्टी के खाते में जुड़ता है, प्रत्याशी पर भार नहीं आता है. लेकिन कमलनाथ की अमर्यादित भाषा को लेकर आयोग ने उम्मीदवार पर खर्च डाल दिया है. 


क्या कहा था कमलनाथ ने?
आपको बता दें कि डबरा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी पर तंज कस रहे थे. कमलनाथ डबरा में कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने डबरा से बीजेपी की प्रत्याशी इमरती देवी पर तंज कसते हुए कहा कि आप तो उसे मुझसे ज्यादा पहचानते हैं, आपको मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था. ये क्या आइटम है. इतना कहते ही कमलनाथ मुस्कुरा गए, तो जनता ने भी तालियां बजाते हुए ठहाके लगाने शुरू कर दिए. कमलनाथ ने इमरती देवी को जलेबी भी कहा था. 


कमलनाथ के इस तरह की अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने पर राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें घेरे में ले लिया. सिंधिया ने वीडियो ट्वीट करते हुए लोगों से कमलनाथ को सबक सिखाने को कहा. सिंधिया ने लिखा, ''एक गरीब और मजदूर परिवार से आगे आईं दलित नेता इमरती देवी जी को आज डबरा में आइटम और जलेबी कहना अत्यंत निंदनीय और आपत्तिजनक है - ये कमलनाथ जी की मानसिकता को भी दर्शाता है. महिलाओं के साथ ही समूचे दलित समाज का अपमान करने वाले ऐसे मगरूर नेता को सबक सिखाने का समय आ गया है.


ये भी पढ़ें: Item पर इमरती देवी की फिसली जुबान, कमलनाथ की मां और बहन को घसीटा, Video viral


वहीं शिवराज सिंह ने मौन धारण करने के साथ-साथ ट्वीट कर लिखा था कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा ‘’कमलनाथ जी! इमरती देवी उस गरीब किसान की बेटी का नाम है जिसने गाँव में मजदूरी करने से शुरुआत की और आज जनसेवक के रूप में राष्ट्रनिर्माण में सहयोग दे रही हैं। कांग्रेस ने मुझे ‘भूखा-नंगा’ कहा और एक महिला के लिए आपने ‘आइटम’ जैसे शब्द का उपयोग कर अपनी सामंतवादी सोच फिर उजागर कर दी.’’


बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी नाराजगी जताई थी. राहुल ने कहा था, ''कमलनाथ भले ही मेरी पार्टी के हैं, वे चाहे जो भी हों, लेकिन जिस भाषा का इस्तेमाल उन्होंने किया है, मैं निजी तौर पर उसे पसंद नहीं करता.''पार्टी के नेता ने भी उनके इस बयान को गलत बता दिया है. बावजूद इसके कमलनाथ को अपनी बात जरा भी गलत नहीं लग रही है. कमलनाथ ने राहुल की प्रतिक्रिया को 'उनका अपना विचार' बता दिया है. वहीं इस मामले में बीजेपी की शिकायत के बाद 48 घंटे में कमलनाथ से जवाब मांगा था. तब भी उन्होंने माफी नहीं मांगी थी. 


WATCH LIVE TV: