प्रकाश शर्मा/जांजगीर चाम्पा: छत्तीसगढ़(Chhattisgarh) के जांजगीर चांपा जिले में किसानों का प्रमुख त्यौहार छेरछेरा बड़े उत्साह और उदारता के साथ मनाया जा रहा है. इस अवसर पर बच्चों ने सुबह-सुबह घरों में दस्तक देकर छेरछेरा मांगा. लोगों ने भी नई फसल के धान का दान करके धार्मिक और मानवीय परंपराओं का निर्वहन किया.


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छेरछेरा छत्तीसगढ़ के किसानों के दान का एक प्रमुख पर्व है. किसान इस अवसर पर उन्मुक्त हाथों से दान करते हैं और इस पर्व को मनाकर अपनी खुशी जाहिर करते हैं. इस दिन युवाओं के द्वारा गांव में घूम घूमकर डंडा नृत्य भी किया जाता है.


शास्त्रानुसार छेरछेरा त्यौहार को मनाने के पीछे कई मान्यताएं हैं, पंडित देवी प्रसाद बताते हैं कि इस दिन किसान अपनी कमाई का दसवां हिस्सा दान करते हैं. इस पर्व को किसानों के उदारता के साथ जोड़ा जाता है. वहीं अन्नपूर्णा माता से जुड़ी धार्मिक किमवदंति भी इस त्यौहार को मनाने का मूल कारण है. पंडित देवी प्रसाद के मुताबिक छेरछेरा पर्व के दिन दान करने से महान पुण्य की प्राप्ति होती है. इसी के साथ घर में सुख का भी वास होता है. यही वजह है कि आधुनिक युग में भी दान का महापर्व छेरछेरा धूमधाम से मनाया जा रहा है.