सरगुजा: प्लास्टिक से मुक्ति को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नही बल्कि अम्बिकापुर नगर पालिक निगम भी काफी संवेदनशील है. इसी के चलते अम्बिकापुर में बुधवार को देश के पहले गार्बेज कैफे का शुभांरभ स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव ने किया. लंबे समय से चर्चा में रहे इस केंद्र की शुरूआत के बाद अब प्लास्टिक बीनने वालों को प्लास्टिक के बदले रोज भरपेट खाना मिलेगा. शुभारंभ अवसर की खास बात रही कि एक पुलिस आरक्षक ने भी गार्बेज क्लिनिक में प्लास्टिक जमा करके जागरुकता की मिशाल पेश की.


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अम्बिकापुर नगर निगम क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए निगम प्रबंधन के इस कवायद की चर्चा प्रदेश ही नहीं पूरे देश मे हो रही है. ये निश्चित बात है कि प्रशासन की इस पहल के बाद खुद-ब-खुद जागरुक होगें. ऐसी ही जागरुकता की मिसाल जिले के एक पुलिस आरक्षक अनिल विश्वकर्मा ने पेश की. आरक्षक को जिस दिन गार्बेज कैफे खुलने की खबर लगी. वो उस दिन से ही अपने घर मे प्लास्टिक को एकत्र करने लगे और आज कैफे के शुभारंभ में गार्बेज क्लीनिक मे प्लास्टिक जमा करके उसने कैफे मे भर पेट भोजन किया. इस जागरुक आरक्षक के साथ ही एक आम नागरिक रघुवर ने भी अपने घर और आसपास के प्लास्टिक को जमा करके गार्बेज कैफे के लजीज नाश्ते का आनंद उठाया.


अम्बिकापुर मे बहुप्रतिक्षित गार्बेज कैफे का शुभारंभ हो गया. प्रदेश के स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव, महापौर डॉ. अजय तिर्की के साथ निगम और प्रशासनिक अमला मौजूद रहा. स्थानीय बस स्टैंड में बनाए गए गार्बेज कैफे को किसी आलीशान रेस्तरां का स्वरूप दिया गया है. गार्बेज कैफे के शुभारंभ के बाद अब प्लास्टिक बीनने वाले गरीब लोगों को आधे किलो प्लास्टिक के बदले भर पेट नाश्ता और एक किलो प्लास्टिक के बदले भर पेट खाना मिलने लगा है. इधर शुभारंभ अवसर पर पहुंचे मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी गार्बेज कैफे मे खाने का स्वाद लिया औऱ जमकर तारीफ की.


वैसे तो निगम की सामान्य सभा में आज से कई साल पहले ये नियम पारित किया गया था कि शहरी क्षेत्र मे किसी भी प्रकार के प्लास्टिक का उपयोग नही होगा. लेकिन कुछ व्यापारी प्लास्टिक की खेप चोरी छिपे शहर मे खपाते रहे हैं. बहरहाल गार्बेज कैफे के शुभारंभ के बाद अम्बिकापुर प्रदेश का पहला ऐसा शहर है. जो प्लास्टिक के बदले लोगो का पेट भरने का काम करेगा.