नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की झाबुआ विधानसभा सीट पर 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव हैं. उपचुनाव से पहले ही नेताओं के बिगड़े बोल वायरल होने लगे हैं. बीजेपी नेता गोपाल भार्गव ने झाबुआ में भूरिया vs भूरिया पर बोलते हुए कहा कि यह किसी दो पार्टी का चुनाव नहीं, बल्कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच में चुनाव है. कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया पाकिस्तान और भानू भूरिया हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व करते हैं. इस बयान के बाद बीजेपी नेता गोपाल भार्गव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. झाबुआ के एसडीएम ने कहा कि गोपाल भार्गव को ECI नियमों का उल्लंघन करते पाया गया था.


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वहीं बीजेपी नेता ने अपने बयान और उस पर दर्ज हुई FIR के बारे में बोलते हुए कहा कि अगर मेरे खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई है तो ये बोलने की स्वतंत्रता पर पाबंदी लगाने की कोशिश है. ये मेरी भावनाओं को व्यक्त करने पर पाबंदी लगाने की कोशिश है. अगर सरकार के दवाब में आकर कोई अफसर मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज कर रहा है तो मैं इस मामले को हाई कोर्ट तक लेकर जाऊंगा. 



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झाबुआ के एसडीएम का कहना है कि गोपाल भार्गव ने आईपीसी की कई धाराओं और जनप्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन किया है. उन्होंने आदर्श आचार संहिता का भी उल्लंघन किया है. उनके खिलाफ झाबुआ पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है.


बता दें कि झाबुआ में उपचुनाव जी. एस. डामोर के सांसद चुने जाने के कारण हो रहा है. कांग्रेस ने यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को उम्मीदवार बनाया है. यह चुनाव राजनीतिक दृष्टि से कांग्रेस के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि राज्य में कांग्रेस की सरकार बाहरी समर्थन से चल रही है. यहां की 230 विधायकों की विधानसभा में कांग्रेस के 114 विधायक हैं और उसके पास पूर्ण बहुमत के लिए दो विधायक कम हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने युवा नेता भानू भूरिया को उम्मीदवार बनाया है.