Cold Tips: ठंडियों में 5 बीमारियां पहुंचा देंगी अस्पताल, 4 आसान उपाय ही आते हैं काम
Cold Health Tips: ठंडियों के दिनों में अगर आप शीत लहर की चपेट में आ जाते हैं तो आपके शरीर का तापमान गिर सकता है और आप कई बीमारियों का शिकार हो जाते हैं. आइये जानें इसके कुछ उपाय.
Disclaimer
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य प्रचलित नुस्खों पर और मीडिया रिपोर्ट पर आधारित हैं. Zee MPCG इसे लेकर कोई पुष्टि नहीं करता हैं. किसी भी उपाय को अपनाने से पहले आप डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
शीत लहर के उपाय (Cold Wave Measures)
पूरे शरीर को कपड़ों से ढ़ककर रखना जरूरी है. इसी के साथ कोशिश करें की जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें. कुछ को भीगने से बचाएं. पानी लगातार पीते रहें. सूप, सब्जियां और फलों की जूस पिए जा सकते हैं. कोशश करें की सुबह-सुबह आउटडोर योगा न करें.
जोड़ों और मांसपेशियों का दर्द (joint and muscle pain)
सर्दी में गठिया की समस्या बढ़ जाती है. ठंडी हवाओं से मांसपेशियों में अकड़न बढ़ सकती है. इससे चलने शीतलहर से बचकर रहना चाहिए.
दिल की परेशानियां (heart problems)
सर्दियों में रक्तचाप और हृदय गति बढ़ सकती है. हृदय रोगियों के लिए शीतलहर खतरनाक है. इससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है.
श्वसन समस्याएं (respiratory problems)
ठंडी हवाएं अस्थमा को जन्म दे सकती हैं. इससे सांस लेने में दिक्कत और श्वसन संक्रमण बढ़ सकता है. सर्दी-जुकाम बढ़ना तो आम है.
कमजोर इम्यून (weak immune)
शीत लहर से प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने का खतरा रहता है. इससे कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. वायरल, सर्दी और खांसी कई गुना बढ़ सकता है.
हाइपोथर्मिया (hypothermia)
शीत लहर में तापमान गिरने से हाइपोथर्मिया यानी कंपकंपी, ठीक से बोलने में असमर्थता और सोचने और समझने में कठिनाई हो सकती है.
सर्दियों की बीमारी और इलाज (Cold Diseases Treatments)
सर्दियों में ठंडी हवाएं नुकसान पहुंचाती हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इस मौसम में रक्त धमनियां सिकुड़ने लगती हैं. इससे रक्त संचार प्रभावित होने के साथ हृदय संबंधी समस्याएं बढ़ती हैं और सांस में दिक्कत आती है. शीत में इंसान 5 बीमारियों का शिकार हो सकता हैं आइये जानें समस्याएं और उपाय हैं.