प्रमोद सिन्हा/खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक पति ने पुलिस के सामने ही अपनी पत्नी को तीन बार तलाक कहते हुए तलाक दे दिया. ये बात उस समय की है जब पत्नी की शिकायत पर पुलिस की महिला काउंसलिंग सेल ने पति-पत्नी को काउंसलिंग के लिए  थाने बुलवाया था. इसी दौरान अपने पिता के साथ आए पति ने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया. जिसके बाद पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत ही तलाक से संबंधित मुस्लिम विवाह संरक्षण अधिनियम 2019  के तहत मामला दर्ज कर पति को गिरफ्तार कर लिया.


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जानकारी के मुताबिक खंडवा की गुलनाज ने शादी साल 2012 में झांसी के अजहर से शादी की थी. कुछ समय ठीक बीतने के बाद अजहर का परिवार उसे परेशान करने लगा.गुलनाज का कहना है कि उसका पति अजहर कोई काम नहीं करता और उससे पैसे की डिमांड करता है. अजहर ने उसे ससुराल तक छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है. 


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पिछले लगभग साढ़े 3 साल से अजहर उसे छोड़ कर भागा हुआ है. पत्नी गुलनाज ने झांसी थाने में अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी. इस दौरान अजहर के परिवार ने भी गुलनाज का कोई साथ नहीं दिया. वह अकेले ही अपने दो बच्चों के साथ गुजर-बसर करती रही. जब इस बात की जानकारी उसके पिता को हुई तो लॉकडाउन के बाद वह उसे अपने पास ले आए. यहीं रहकर गुलनाज ने खंडवा के महिला काउंसलिंग सेल में अपने पति के बारे में  शिकायत दर्ज कराई थी. जहां काउंसलिंग के लिए पहुंचे अजहर ने महिला काउंसलिंग सेल के सामने ही पति ने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया. 


वहीं गुलनाज के पिता का कहना है कि अजहर की मदद करने के लिए उन्होंने उसे पैसे भी दिए लेकिन इसके बावजूद वह उनकी बेटी को परेशान करता रहा.


इस मामले में थाना इंचार्ज बी एल मंडलोई ने बताया कि अजहर ने पुलिस काउंसलिंग सेंटर में अल्लाह का वास्ता देते हुए साफ कह दिया कि वह अब गुलनाज को अपनी पत्नी नहीं मानता है. महिला पुलिस सेल द्वारा लाख समझाने के बाद भी जब अजहर नहीं माना तो महिला सेल ने इस मामले को कोतवाली थाने के सुपुर्द कर दिया.  खंडवा थाने में मुस्लिम विवाह तलाक अधिनियम का यह पहला मामला है.


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