नई दिल्लीः मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी का ग्वालियर प्रभारी मंत्री उमंग सिंगार को लिखी एक चिट्ठी इन दिनों हर तरफ चर्चा का विषय बनी हुई है. मंत्री उमंग सिंगार को लिखी इमरती देवी की यह चिट्ठी बाहर आने के बाद राजनीतिक गलियारों में भी काफी हलचल मची हुई है. ऐसे में एक ओर जहां भाजपा ने प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री की इस चिट्ठी पर सवाल खड़े किए हैं तो वहीं खुद मंत्री जी ने इसे बेबुनियाद बताते हुए इसे किसी की साजिश बताया है. 


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क्या है चिट्ठी में
दरअसल, इस चिट्ठी में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने ग्वालियर प्रभारी मंत्री उमंग सिंगार से ग्वालियर के पिछोर (डबरा) थाने में पदस्थ सब-इंस्पेक्टर पप्पू यादव को थाना प्रभारी बनाने की मांग की है. जिसमें उन्होंने ग्वालियर प्रभारी मंत्री से इस मामले में आदेश प्रदान करने की भी बात कही है. वहीं जब कांग्रेस मंत्री का यह पत्र सामने आया है इस पर विवाद उठ खड़े हुए हैं. पत्र के वायरल होने पर इमरती देवी ने इस खत को फर्जी करार देते मामले की जांच की बात कही है.


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वहीं इमरती देवी के पत्र के साथ ही ग्वालियर जिले के पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन का भी एक पत्र सामने आया है, जिसमें ग्वालियर के पिछोर थाना प्रभारी राकेश सिंह को पिछोर थाने से हटाकर तत्काल प्रभाव से पुलिस लाइन सम्बद्ध करने की बात कही गई है. पत्र में लिखा है कि 'निरीक्षक श्री राकेश सिंह वर्मा थाना प्रभारी पिछोर को प्रशासकीय दृष्टि से अस्थाई रूप से आगामी आदेश तक पुलिस लाइन सम्बद्ध किया जाता है. तत्काल पालन सुनिश्चित करें.'


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बता दें इमरती देवी डबरा सीट से विधायक हैं और वर्तमान में प्रदेश की महिला एवं बाल-विकास मंत्री हैं. वह कांग्रेस महासचिव सिंधिया की खास मानी जाती हैं. बता दें सिंधिया के मुख्यमंत्री बनने की मांग प्रदेश में इमरती देवी ने ही उठाई थी. वहीं हाल ही में उन्होंने सिंधिया के गुना लोकसभा सीट से हारने पर भी दुख जताया था.