इंदौर के इस मंदिर में मां यशोदा की गोद में बैठे हैं कान्हा, शीश झुकाने से मिलता है संतान प्राप्ति का आशीर्वाद!
MP News: मध्यप्रदेश इंदौर में 220 साल पुराना एक अनोखा मंदिर है जहां भगवान कृष्ण माता यशोदा की गोद में विराजमान हैं. इस मंदिर की मान्यता यह भी है कि निःसंतान महिलाएं यहां माता यशोदा की गोद भरती हैं, जिससे उनकी मनोकामना पूरी होती है और उन्हें संतान की प्राप्ति होती है.
इंदौर के इस 220 साल पुराने मंदिर में भगवान श्री कृष्ण माता यशोदा की गोद में विराजमान हैं और यहां भगवान कृष्ण के साथ-साथ राधा जी की भी पूजा की जाती है.
बता दें कि देश का इकलौता यशोदा माता मंदिर इंदौर के खजूरी बाजार में है, जहां मां यशोदा कान्हा को अपनी ममता की छाया में रख रही हैं. राजवाड़ा के पास खजूरी बाजार में स्थित यह मंदिर 220 साल से भी ज्यादा पुराना है.
मान्यता है कि इस मंदिर में निःसंतान महिलाएं मां यशोदा की गोद भरती हैं, जिससे उनकी मनोकामना पूरी होती है और उन्हें संतान की प्राप्ति होती है.
इस मंदिर में यशोदा माता की मूर्ति बड़ी है और नंद बाबा की छोटी. इस मंदिर में हर गुरुवार को महिलाएं चावल, नारियल और अन्य वस्तुओं से यशोदा माता की गोद भरती हैं.
मान्यता है कि जो महिलाएं यशोदा माता की गोद भरती हैं, उन्हें यशोदा माता कृष्ण जैसा पुत्र देकर उनकी गोद भर देती हैं. जन्माष्टमी पर यहां दूर-दूर से महिलाएं यशोदा मैया की गोद भरने आती हैं.
इस मंदिर में माता यशोदा की गोद भरने के लिए भक्त न केवल इंदौर से बल्कि विदेशों से भी आते हैं.
जन्माष्टमी पर्व के अलावा पूरे वर्ष इस मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और माता यशोदा की गोद में बैठे भगवान कृष्ण और माता के दर्शन करते हैं.