अंशुल मुकाती/इंदौरः जिले के अपराधियों के लिए एक बुरी खबर है. दरअसल खबर आई है कि एसपीजी (SPG (Special Protection Group)) कमांडो इंदौर पुलिस को ट्रेनिंग देंगे. इंदौर के पलासिया पुलिस कंट्रोल रूम में एसपीजी कमांडो के साथ इंदौर पुलिस के सभी विभागों के प्रमुखों की मीटिंग हुई. एसपीजी की टीम अगले 3 दिनों तक इंदौर में रहने वाली है. 


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पुलिस को देंगे ट्रेनिंग
एसपीजी के कमांडो अगले 3 दिनों के कार्यक्रम के तहत शहर में भी भ्रमण करेंगे और साथ ही इंदौर पुलिस के जवानों को ट्रेनिंग भी देंगे. ट्रेनिंग में इस बात पर फोकस होगा कि विपरीत परिस्थितियों में हालात को कैसे संभालना है. बुधवार को पुलिस कंट्रोल रूम में हुई बैठक में इंदौर पुलिस के सभी बड़े अधिकारी शामिल रहे. 


एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे ने बताया कि यह एसपीजी की यह रुटीन एक्सरसाइज है. केंद्र की तरफ से इन्हें जिस इलाके का दायित्व दिया जाता है, ये वहां पहुंचकर पुलिस को ट्रेनिंग देते हैं, ताकि सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जा सके.  


देश के बेहतरीन कमांडो फोर्स है SPG
बता दें कि देश की बेहतरीन कमांडो फोर्स में एसपीजी शीर्ष स्थान पर है. एसपीजी पर देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा का जिम्मा होता है. अत्याधुनिक हथियारों से लैस ये कमांडो दुश्मनों के लिए बेहद खतरनाक माने जाते हैं. इंडियन पुलिस सर्विस (IPS), बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF), सेंट्रल इंडस्ट्रियल फोर्स (CISF) और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) जैसे बलों से एसपीजी के कमांडो को रिक्रूट किया जाता है. 


एसपीजी और z प्लस सिक्योरिटी में क्या है अंतर
साल 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद एसपीजी का गठन किया गया था. अभी एसपीजी में करीब 3000 सक्रिय कमांडो हैं. हालांकि एसपीजी से संबंधित अधिकतर जानकारी गोपनीय रखी जाती है. वहीं z प्लस सिक्योरिटी में 55 जवान किसी वीआईपी की सुरक्षा का जिम्मा संभालते हैं. जेड प्लस सिक्योरिटी में 10 एनएसजी कमांडो भी तैनात होते हैं.