इरशाद हिंदुस्तानी/बैतूलः बैतूल जिले में एक फॉरेस्ट कर्मी अपने सीनियर के खिलाफ FIR दर्ज करवाने के लिए हर दिन भटक रही है. महिला वन कर्मी रोज पुलिस स्टेशन के चक्कर काट रही है, लेकिन विभाग द्वारा उन्हें रोज टाला जा रहा. महिला कर्मी की शिकायत के बाद उन्हें पद से हटाया गया, लेकिन अधिकारी पर FIR नहीं हुई, जिससे आहत महिला कर्मी ने आत्महत्या की चेतावनी दे डाली. 


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आत्मदाह की चेतावनी दी
महिला अधिकारी ने चेतावनी दी कि आरोपी के खिलाफ FIR नहीं हुई तो वो आत्महत्या कर लेंगी. बावजूद इसके पुलिस विभाग मामले को टालते नजर आ रहा है. दरअसल, CCF अधिकारी का एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें वह अपनी जूनियर से 30 हजार रुपए की मांग कर रहे थे. इस ऑडियो के बाद उन्हें बैतूल से होशंगाबाद का ट्रांसफर कर दिया गया, लेकिन महिला अधिकारी सीनियर के खिलाफ FIR लिखवाने की बात पर अड़ी है. 


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एक सप्ताह बाद भी FIR नहीं
महिला अधिकारी ने एक सप्ताह पहले सीनियर की शिकायत की थी, लेकिन 2 जून तक भी अधिकारी के खिलाफ रिपोर्ट नहीं लिखी गई. पुलिस विभाग का कहना है कि वन विभाग की आंतरिक कमेटी से इस मामले में जांच रिपोर्ट मिलने का इंतजार है, इसके बाद ही वे आगे की कार्रवाई करेंगे. 


क्या है मामला?
सीसीएफ मोहन मीणा का एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें वह अपने बेटे की फीस के लिए रेंजर से 30 हजार रुपए मांगते नजर आ रहे थे. वन मुख्यालय ने कमेटी गठित कर सीसीएफ के खिलाफ जांच करने अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक विभाष ठाकुर और शुभरंजन सेन को भेजा था. जांच के दौरान दल को चार ऑडियो मिले. कुछ महिला वन कर्मियों ने भी सीसीएफ मीणा की मानसिक व शारीरिक प्रताड़न, उत्पीड़न की लिखित शिकायत की जांच दल से की.


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