पुलवामा आतंकी हमलाः देश के लिए शहीद हुआ जबलपुर का जवान अश्विनी, घर में था सबसे छोटा
पांच भाई-बहनों में सबसे छोटा अश्विनी घर का सबसे लाडला बेटा था. ऐसे में अपने बेटे की शहादत की खबर सुनते ही पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है.
नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए 44 जवानों में मध्य प्रदेश के जबलपुर के अश्विनी काछी भी शामिल हैं. अश्विनी जबलपुर के खुड़ावल सिहोरा गांव के रहने वाले थे, जिन्होंने गुरुवार को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में अपनी जान गंवा दी. पांच भाई-बहनों में सबसे छोटा अश्विनी घर का सबसे लाडला बेटा था. ऐसे में अपने बेटे की शहादत की खबर सुनते ही पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है. जब से बेटे की शहादत की खबर सुनी है, पूरे परिवार का हाल बेहाल हो गया है. वहीं परिवार के साथ ही पूरे इलाके में भी शोक की लहर है. बता दें अश्विनी की पहली पोस्टिंग 2017 में श्रीनगर में हुई थी.
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जबलपुर के लाल अश्विनी काछी की शहादत को लेकर मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह ने ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी और कहा कि 'पुलवामा के कायराना आतंकी हमले में जबलपुर जिले के सपूत श्री अश्विनी कुमार कांछी भी शहीद हुए हैं. भारत माता के लिए उनके सर्वोच्च बलिदान को हम कभी नहीं भुला सकेंगे. उनके श्री चरणों में मेरा शत-शत नमन.' एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि 'पूरा देश शहीद जवानों के रक्त की एक-एक बूंद का ऋणी है और इस दुख की घड़ी में पूरा देश उनके परिजनों के साथ है.'
गुरुवार को हुए इस हमले में केंद्रीय आरक्षित पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 44 से ज्यादा जवान शहीद हो गए. कई अन्य घायल हुए हैं. जैश के एक आत्मघाती हमलावर ने पुलवामा जिले में सीआरपीएफ की एक बस में विस्फोटक लदे वाहन से टक्कर मार दिया. जिससे हुए विस्फोट में बस में सवार जवान शहीद हुए हैं.
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पुलवामा में हुए इस आतंकी हमले के बाद पहली बार बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ''हर भारतीय की संवेदनाए उनके साथ हैं. देश में आक्रोश है, लोगों का खून खौल रहा है. देश की अपेक्षाएं हैं. कुछ कर गुजरने की भावनाएं हैं. वो स्वाभाविक है. सुरक्षा बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दे दी गई है. हमले से लोगों का खून खौल रहा है. सुरक्षा बलों को अपनी कार्रवाई के लिए पूर्ण स्वतंत्रता दे दी गई है. आतंकी संगठनों ने बहुत बड़ी गलती की. इसकी कीमत उनको चुकानी पड़ेगी.''