नई दिल्ली/भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने गुरुवार को सीएम शिवराज सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिन लोगों की सरकार में किसानो के सीने पर गोलियां दागी गईं, वो आज कांग्रेस पर खूनखराबा फैलाने का आरोप लगा रहे हैं. कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह ने भोले-भाले और बुजुर्ग किसानों से बांड भरवाने का नोटिस जारी कर उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई है. उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा सज्जन लोगों के साथ अपराधी जैसा व्यवहार किया जा रहा है. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में किसान संगठनों द्वारा प्रस्तावित किसान आंदोलन से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने करीब 1200 लोगों को प्रतिबंधात्मक नोटिस जारी किए हैं. इसमें मध्यप्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति के सदस्य राजेंद्र सिंह गौतम को भी प्रतिबंधात्मक नोटिस जारी हुआ है. इन नोटिसों के जरिए 25000 रुपए तक के बांड भरवाए जा रहे हैं. 


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किसानों को खुद भड़का रही है सरकार  
कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर हमला जारी रखते हुए कहा कि सरकार नोटिस भेजकर खुद ही किसानों को भड़का रही हैं. नोटिस भेजकर एक सभ्य किसान की निष्ठा पर जबरन शक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम से भविष्य में कोई अप्रिय स्थिति पैदा होती है, तो सीएम स्वयं इसके जिम्मेदार होंगे. उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह के बयानों से साफ पता चलता है कि उन्हें स्वयं अप्रिय स्थिति की आशंका है. कमलनाथ ने कहा कि सीएम इसी डर से दूसरों पर दोषारोपण की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब तो राजधानी में भी किसानों से बांड भरवाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. गौरतलब है कि आंदोलन के ठीक दो दिन पहले बुधवार को हुजूर तहसील के दो दर्जन से अधिक किसानों को नोटिस जारी कर 31 मई को जमानतदार के साथ हाजिर होने के निर्देश दिए गए हैं. किसानों में इस नोटिस को लेकर नाराजगी है और उन्होंने साफ कर दिया है कि हम गुंडे-बदमाश नहीं हैं, जो बांड भरेंगे. सरकार चाहे तो उन्हें जेल भेज दे.


एक से दस जून तक चलेगा किसान आंदोलन
कमलनाथ ने कहा कि सरकार दमन की नीति पर चल रही है और जानबूझकर किसानों को प्रताड़ित कर रही है. उन्होंने कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है और इसमें जरा सी चूक से किसान भड़क जाएंगे. आपको बता दें कि प्रदेश में किसान संगठनों ने एक से दस जून तक किसान आंदोलन बुलाया है. इस आंदौलन के दौरान ही मंदसौर में छह जून को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक श्रद्धांजलि सभा करेंगे. किसान आंदोलन को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. चप्पे-चप्पे पर निगरानी के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए जा चुके हैं. किसी आकस्मिक घटना से निपटने के लिए लगातार मॉक ड्रिल की जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि किसी भी तरह की विकट परिस्थिति से निपटने के लिए पुख्‍ता सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. साथ ही सूचना तंत्र भी पूरी तरह सक्रिय किया गया है.