MP में विधानसभा चुनाव हारने वाले तीन नेताओं को BJP ने फिर दिया मौका, इन सीटों से लड़ेंगे चुनाव
BJP candidates list: बीजेपी ने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव हारने वाले तीन नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया है. इन तीन नेताओं में एक केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं.
MP Lok Sabha Election: भाजपा ने मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. इन प्रत्याशियों पर नजर डाली जाए तो बीजेपी का मैनेजमेंट साफ नजर आता है, पार्टी ने जातिगत, क्षेत्रीय और परफॉर्मेंस का पूरा ध्यान रखा है. 50 प्रतिशत सांसदों के टिकट काट दिए तो तीन ऐसे नेताओं को भी फिर से मौका दिया है, जिन्हें विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन पार्टी ने इन नेताओं पर फिर से भरोसा जताया है.
छिंदवाड़ा में बंटी साहू को फिर से मौका
विधानसभा चुनाव में कमलनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले विवेक बंटी साहू को बीजेपी ने फिर से मौका दिया है. जबकि उन्हें विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन बीजेपी ने कार्यकर्ताओं को यह मैसेज देने की कोशिश की है, जो पार्टी के साथ हर वक्त खड़ा रहेगा उसे पार्टी भी पूरा मौका देगी. बंटी साहू उन नेताओं में शामिल हैं जो छिंदवाड़ा में कांग्रेस और नाथ परिवार के खिलाफ सबसे ज्यादा मुखर नजर आते हैं, यही वजह है कि पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में फिर से छिंदवाड़ा जैसी टफ सीट पर टिकट दिया है. यहां बंटी साहू का मुकाबला कांग्रेस के नकुलनाथ से होगा. पिछले चुनाव में छिंदवाड़ा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर हुई थी.
कुलस्ते पर फिर लगाया दांव
बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को भी फिर से मंडला लोकसभा सीट से टिकट दिया है. पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव में निवास विधानसभा सीट से उतारा था, लेकिन चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन पार्टी ने कुलस्ते पर एक बार फिर से दांव लगाया है क्योंकि मंडला सीट पर वह बीजेपी के सबसे मजबूत उम्मीदवार अभी भी है. कुलस्ते इस सीट से लगातार चुनाव जीतते रहे हैं, जबकि वह अटल सरकार और मोदी सरकार दोनों में मंत्री रह चुके हैं. यही वजह है कि पार्टी ने विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी उन्हें फिर से मौका दिया है, क्योंकि जातिगत समीकरण भी कुलस्ते के पक्ष में नजर आ रहे हैं. कांग्रेस ने यहां पूर्व मंत्री और विधायक ओमकार सिंह मरकाम को टिकट दिया है. दोनों नेताओं को बीच यह दूसरा लोकसभा चुनाव होगा.
सतना में फिर गणेश सिंह
कुलस्ते की तरह ही विधानसभा चुनाव हारने वाले सांसद गणेश सिंह को भी फिर से टिकट दिया गया है. गणेश सिंह को पार्टी ने विधानसभा चुनाव में सतना सीट से टिकट दिया था, लेकिन वह कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा से चुनाव हार गए थे. खास बात यह है कि कांग्रेस ने भी फिर से सिद्धार्थ पर ही दांव लगाया है, ऐसे में विधानसभा चुनाव के बाद सतना सीट से एक बार फिर गणेश सिंह और सिद्धार्थ कुशवाहा के बीच चुनावी मुकाबला होगा. गणेश सिंह सतना लोकसभा सीट से लगातार चार चुनाव जीत चुके हैं. माना जा रहा है कि पार्टी ने जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए ही गणेश सिंह को फिर से टिकट दिया है.
क्यों लगाया तीनों प्रत्याशियों पर दांव
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव हारने वाले इन तीनों नेताओं को अलग-अलग तरह से मौका दिया है. छिंदवाड़ा में बंटी साहू को युवा और नाथ परिवार के खिलाफ लगातार मुखरता से खड़े रहने का इनाम दिया गया है. जबकि फग्गन सिंह कुलस्ते को उनकी सीनियरटी के हिसाब से मौका दिया है गया है. इसी तरह गणेश सिंह ने पिछले चार लोकसभा चुनाव जीते हैं, जबकि जातिगत समीकरण भी उनके पक्ष में जाते दिख रहे हैं. इसके अलावा कुलस्ते और गणेश सिंह को अचानक से विधानसभा चुनाव में उतरने की जिम्मेदारी दी गई थी, ऐसे में पार्टी ने उन्हें एक मौका फिर से दिया है.
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