Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मध्य प्रदेश में दो चरणों में हुई वोटिंग में कम रहे मतदान प्रतिशत ने चुनाव आयोग से लेकर राजनीतिक पार्टियों तक की चिंता बढ़ा दी है. राज्य में अब तक पिछले चुनाव के मुकाबले करीब 8 फीसद कम मतदान रहा है. वोटरों की उदासीनता के चलते भाजपा ने चुनाव आयोग का दरवाजा भी खटखटाया है.  दूसरे चरण में खजुराहो, टीकमगढ़, दमोह, होशंगाबाद, रीवा और सतना में 58.35 फीसदी वोटिंग हुई. साल 2019 में इन सीटों पर 67% मतदान हुआ था.


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इस बार होशंगाबाद में सबसे ज्यादा 67.16 % वोटिंग हुई. पहले चरण में 2019 की तुलना में 7.50% वोटिंग हुई थी. कम वोटिंग के पीछे शादी ब्याह और गर्मी वजह मानी जा रही है. इसके अलावा महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत भी कम हुआ है. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपने निर्वाचन क्षेत्र खजुराहो में कम वोटिंग को लेकर आयोग में दस्तक दी है. शर्मा ने बताया कि डिजी लॉकर के डाक्यूमेंट्स मान्य नहीं करने से प्रतिशत कम हुआ है. उन्होंने दावा किया  कि 5% युवा बिना वोट किए ही बूथ से लौट गया. शर्मा ने अगले दो चरणों में डिजी लॉकर के डाक्यूमेंट्स मान्य करने की मांग की है.


इधर, मंत्री ने कांग्रेस को बताया वजह
कम मतदान पर मंत्री प्रहलाद पटेल ने कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की निष्क्रियता के कारण कम मतदान हुआ. पटेल ने कम मतदान के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. अपने पुराने संसदीय क्षेत्र दमोह पहुंचे मंत्री पटेल ने कहा कि शादियों और गर्मी  की वजह से वोटिंग कम है, लेकिन इलाके में कांग्रेस की निष्क्रियता की वजह से भी कम मतदान हुआ है. मंत्री पटेल ने फिर एक बार दावा किया है कि भाजपा प्रदेश में 29 की 29 सीटें जीत रही है.


तीसरे चरण में वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने की कवायद
मध्य प्रदेश में अभी दो चरणों की वोटिंग बाकी है, जिसमें मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई प्रयास कर रहा है. हाल ही में राजधानी भोपाल में ट्रांसजेंडर फैशन शो का आयोजन किया गया. इस दौरान ट्रांसजेंडर ने मतदान की अपील की. ऐसा ट्रांसजेंडर का फैशन शो पहली बार हुआ, जिसमें रैंप वॉक कर मतदान की अपील की गई. यह रैंप वॉक प्रशासन की मुहिम के तहत किया गया. यह रैंप वॉक 'मतदान अवश्य करें' की थीम पर किया गया. इसमें बुजुर्ग महिलाओं ने भी हिस्सा लिया.


रिपोर्ट: प्रमोद शर्मा, भोपाल