Indore Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट पर चौथे चरण के दौरान यानी 13 मई को वोटिंग होनी है. इससे पहले ही संसदीय क्षेत्र में NOTA की चर्चा तेज हो गई है. कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम द्वारा नाम वापस लेने के बाद अब कांग्रेस लोगों से नोटा वोट करने के लिए अपील कर रही है. इस कड़ी में गुरुवार को कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने घर-घर नोटा नामक दीपक जलाए. साथ ही लोगों को नोटा छाप चाय भी पिलाई. 


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इंदौर में जलाए गए नोटा नाम के दिए और पिलाई चाय
गुरुवार को इंदौर में कांग्रेस ने लोगों को नोटा वोट की अपील के लिए नया तरीका अपनाया. कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नोटा नाम के दीपक घर-घर जलाए. साथ ही वोटर्स को नोटा छाप चाय भी पिलाई. 


क्या है पूरा मामला
दरअसल, इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने चुनाव से पहले 29 अप्रैल को अपना नामांकन वापस ले लिया. इसके बाद वे BJP में शामिल हो गए. अब कांग्रेस की पास इंदौर लोकसभा सीट से BJP प्रत्याशी के सामने कोई कैंडिडेट नहीं है. ऐसे में कांग्रेस लगातार लोगों से वोट फॉर नोटा की अपील कर रही है. बता दें कि अक्षय कांति बम जैन समाज से आते हैं और पेशे से व्यापारी हैं. 


क्या है NOTA का महत्व
साल 2013 में EVM में NOTA का विकल्प जोड़ा गया. NOTA का फुलफॉर्म None of the Above यानी इनमें से कोई नहीं होता है.यानी EVM पर मौजूद प्रत्याशियों में से अगर आपको किसी भी प्रत्याशी को वोट नहीं देना है तो आप NOTA बटन पर अपना वोट दे सकते हैं.


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क्या NOTA पर ज्यादा वोट होने से रद्द हो जाएगा चुनाव
बता दें कि भारत में नोटा को राइट टू रिजेक्ट का अधिकार प्राप्त नहीं हैं. देश में NOTA के लागू होते ही इस बात को चुनाव आयोग की ओर से स्पष्ट कर दिया गया था. चुनाव आयोग ने जानकारी देते हुए बताया था कि नोटा में पड़ने वाले वोटों को गिना तो जाएगा, लेकिन ये वोट रद्द वोट की श्रेणी में रहेंगे. इसे ऐसे समझिए- मान लीजिए किसी क्षेत्र में जनता ने NOTA को 99 वोट दिए और किसी प्रत्याशी को 1 वोट भी मिला तो वो प्रत्याशी ही विजयी माना जाएगा. 


इंदौर लोकसभा सीट 
इंदौर लोकसभा सीट से वर्तमान में BJP के शंकर लालवानी सांसद हैं.इस संसदीय क्षेत्र में 8 विधानसभा- देपालपुर, इंदौर 1, इंदौर 2, इंदौर 3, इंदौर 4, इंदौर 5, राउ और सांवेर शामिल हैं. 1989 के बाद से इंदौर लोकसभा सीट पर BJP का ही कब्जा है. 1989 के बाद से 2014 तक सुमित्रा महाजन ने इस सीट से चुनाव लड़ा. इसके बाद 2019 में शंकर लालवानी सांसद बने.


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भले ही इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी न हो लेकिन इंदौर के चुनाव मैदान में 14 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं.  ऐसे में BJP प्रत्याशी शंकर लालवानी का साामना 14 निर्दलीय उम्मीदवारों से होगा.
 
इनपुट- इंदौर से शिव मोहन शर्मा की रिपोर्ट, ZEE मीडिया