Lok Sabha Election 2024 Result: एमपी में कांग्रेस पार्टी नही, फ्रेंचाइजी चला रहा है..... मध्य प्रदेश में क्लीन स्वीप हासिल कर बीजेपी ने इतिहास बना दिया. भाजपा ने कांग्रेस के गढ़, छिंदवाड़ा में भी सेंध लगा दी और पूरी 29 सीटें जीत लीं. उधर देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के इतने खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी हर ओर से घिर रही है. सबसे पहले नए नवेले प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने हार की जिम्मेदारी ली और कहा कि इस तरह की हार पर मंथन करने की जरुरत है कि कहां कमी रह गई. 


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दिग्गी और पटवारी की वजह से पार्टी छोड़ी
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के दिग्गज नेताओं से सवाल पूछे जा रहे हैं, उनपर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं. जीतू पटवारी के बाद पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने भी आवाज बुलंद की और कहा कि पार्टी में रहते दिग्विजय सिंह ने 1998 में चुनाव हरवाया. अब दिग्गी और पटवारी की वजह से मैंने पार्टी छोड़ी. उन्होंने भाजपा और कांग्रेस में अंतर बताया. उन्होंने कहा कि  मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी नहीं फ्रेंचाइजी है. कार्यकर्ताओं की कोई वेल्यू नहीं है. कमलनाथ के समय से फ्रेंचआईजी का दौर शुरू हुआ. अब नई फ्रेंचाइजी चल रही है. उपकृत करने वालों को टिकिट बांट रही है. कांग्रेस में लोकसभा के टिकिट लेनदेन से बंटे हैं.
कांग्रेस मध्यप्रदेश में फ्रेंचाइजी की तरह काम कर रही है. नेता कार्यकर्ताओं को पेड़ वर्कर समझते हैं. 


'प्रशासन की मदद से मुझे चुनाव हरवाया गया था'
कांग्रेस छोड़ भाजपा में गए पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने दिग्विजय सिंह पर भी बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस में नेता एक दूसरे को निपटाते हैं. मैं जब दिग्गी सरकार में मंत्री था, तब 1998 में प्रशासन की मदद से मुझे चुनाव हरवाया गया. अब भी पटवारी और दिग्विजय की वजह से पार्टी छोड़ी है.  भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी, आरएसएस की वर्किंग है. मुरैना में कांग्रेस ने जिसको टिकिट दिया वो आज तक कांग्रेस का मेम्बर नहीं है. रावत ने आगे कहा मैंने लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए काम किया, आगे भी बीजेपी के लिए काम करूंगा.  मुझे अपने फैसले पर कोई अफसोस नहीं है. रामनिवास रावत ने कहा हम उप चुनाव के लिए तैयार हैं. मुझे कोई डर नहीं है.


'पार्टी का सत्यानाश कर दिया'
चुनाव के दौरान भी उन्होंने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार पर खुलकर बोला था. भाजपा में शामिल होने की बात पर उन्होंने कहा था कि उनके बचपने पर हंसी आती है. उन्होंने पार्टी का सत्यानाश कर दिया. रामनिवास रावत ने 30 अप्रैल को सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और भाजपा की न्यू ज्वाइनिंग टोली के संयोजक और पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के सामने बीजेपी की सदस्यता ली थी. वो कांग्रेस छोड़कर आए थे.