MP Politics: एक तरफ लोकसभा चुनाव के चलते मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में हलचल जारी है, तो दूसरी तरफ नेताओं के बयान इस हलचल को और तेज कर देते हैं. पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के सीनियर नेता डॉ. गोविंद सिंह ने मंगलवार को नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात की थी, जिसके बाद आज गोविंद सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है 'उनके लिए हर जगह दरवाजे खुले हैं.' खास बात यह है कि उनके बयान के बाद मोहन सरकार में कृषि मंत्री एंदल सिंह कंसाना ने उन्हें बीजेपी में आने का ऑफर दिया है. जिससे सियासी सरगर्मी और बढ़ गई है. 


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सब जगह दरवाजे खुले हैं: गोविंद सिंह 


दरअसल, नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात के बाद गोविंद सिंह ने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी से भी मुलाकात की थी. वहीं इस बीच कांग्रेस प्रत्याशियों की कल दूसरी लिस्ट भी आ गई, जिसमें गोविंद सिंह का नाम नहीं था, जबकि वह मुरैना लोकसभा सीट से दावेदार माने जा रहे थे. ऐसे में जब उनसे टिकट वितरण पर गोविंद सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा 'मेहनत करने वालो टिकट मिलना चाहिए, वहीं कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं पर उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि समन्वय होना चाहिए और नाराज नेताओं से बातचीत होनी चाहिए. जबकि नरोत्तम मिश्रा के बाद जीत पटवारी से मुलाकात पर गोविंद सिंह ने कहा कि उनके लिए सब जगह दरवाजे खुले हैं.'


खास बात यह है कि कल नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात के बाद गोविंद सिंह ने कहा था कि उनका बीजेपी में जाने का कोई मन नहीं है, उन्होंने मुलाकात को सामान्य बताया था. लेकिन आज उन्होंने दरवाजे खुला वाला बयान देकर कई सियासी हवाओं को जन्म दे दिया है. 


मंत्री ने दिया बीजेपी में आने का ऑफर 


वहीं गोविंद सिंह के बयान के बाद मोहन सरकार में मंत्री एंदल सिंह कंसाना ने तो गोविंद सिंह को बीजेपी में आने का ऑफर दिया है. उन्होंने कहा 'डॉक्टर सीनियर नेटा हैं, उनका बीजेपी में स्वागत है, अगर वो आना चाहते हैं तो. क्योंकि कांग्रेस में न तो अब नेता और न ही कांग्रेस में नियत है. इसलिए अगर गोविंद सिंह आना चाह रहे हैं तो उनका स्वागत है.' 


एंदल सिंह कंसाना ने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा 'जीतू जोड़ना तो दूर उनके अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस में भगदड़ मची है. पटवारी खुद लंबे मार्जन से चुनाव हारे हैं, ऐसे में वो क्या कांग्रेस को जोड़ेंगे, उन्होंने कहा कि पटवारी टॉर्च के फुके हुए सेल की तरह हैं, ऐसे में वो क्या कांग्रेस को उजाला देंगे. कांग्रेस में मेहनत करने वालो को कोई तव्वजों नहीं दी जा रही है, इसलिए टिकट वितरण का खुलकर विरोध हो रहा है.' बता दें कि एंदल सिंह कंसाना भी पहले कांग्रेस में थे, लेकिन वह सिंधिया के समय हुए दलबदल के दौरान बीजेपी में आ गए थे. 2023 में सुमावली सीट से चुनाव जीतने के बाद उन्हें मोहन सरकार में मंत्री बनाया गया है. 


गोविंद सिंह ने ग्वालियर से पेश की दावेदारी 


खास बात यह है कि अब गोविंद सिंह ने खुलकर ग्वालियर लोकसभा सीट से भी दावेदारी पेश की है. उन्होंने ग्वालियर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. जबकि उनको मुरैना लोकसभा सीट से भी दावेदार माना जा रहा है. बता दे कि कांग्रेस ने अभी दोनों सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है. ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा है कि गोविंद सिंह किसी एक सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. बता दें कि उन्हें 2023 के विधानसभा चुनाव में अपनी परंपरागत लहार सीट पर हार का सामना करना पड़ा था. 


भोपाल से प्रमोद शर्मा की रिपोर्ट 


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