MP की 9 सीटों पर चुने जाएंगे नए सांसद, जानिए कौन सी हैं ये सीटें ?
MP Lok Sabha Chunav: मध्य प्रदेश में इस बार 9 लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जिन पर कोई भी पार्टी चुनाव जीते, लेकिन यहां नए सांसद चुने जाएंगे. इन सीटों पर इस बार नए प्रत्याशी मैदान में थे.
MP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के नतीजों में अब 24 घंटे से भी कम का समय रह गया है. मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों के नतीजों पर भी सबकी नजर है. खास बात यह है कि प्रदेश की 9 लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जहां कोई भी पार्टी का प्रत्याशी चुनाव जीते, लेकिन इस बार यहां सांसद चुना जाएगा. क्योंकि राज्य की दोनों प्रमुख पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस ने इन 9 सीटों पर नए प्रत्याशी उतारे थे, यानि इस बार यहां सांसद बदलने वाले हैं.
नए प्रत्याशियों को मिला मौका
दरअसल, मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस ने इस बार प्रत्याशियों के चयन में कई बदलाव किए थे, प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में कांग्रेस ने 17 सीटों पर नए प्रत्याशी उतारे थे, जबकि बीजेपी ने 11 सीटों पर नए प्रत्याशियों को टिकट दिया था. जिनमें से 9 सीटें ऐसी थी, जहां दोनों पार्टियों की तरफ से नए प्रत्याशी मैदान में उतरे थे. ऐसे में यहां बीजेपी और कांग्रेस में किसी भी जीत मिले, लेकिन क्षेत्र के लिए सांसद नया ही होगा.
इन सीटों पर चुने जाएंगे नए सांसद
भोपाल
होशंगाबाद
जबलपुर
सीधी
बालाघाट
सागर
दमोह
ग्वालियर
मुरैना
5 सांसद चुने गए थे विधायक
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी के 5 सांसद विधायक का चुनाव जीते थे. जिनमें मुरैना से नरेंद्र सिंह तोमर, दमोह से प्रहलाद पटेल, सीधी से रीति पाठक, होशंगाबाद से रावउदय प्रताप सिंह और जबलपुर से राकेश सिंह विधानसभा का चुनाव जीते थे, जिसके बाद पांचों ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. ऐसे में बीजेपी ने इन सभी सीटों पर नए प्रत्याशी उतारे थे. वहीं भोपाल, होशंगाबाद और बालाघाट लोकसभा सीट पर बीजेपी ने इस बार पुराने सांसदों को टिकट काटकर नए प्रत्याशियों को मौका दिया था. हालांकि विदिशा भी ऐसी सीट हैं जहां बीजेपी ने अपने सांसद का टिकट काटा था, लेकिन यहां बीजेपी और कांग्रेस ने जिन प्रत्याशियों को मौका दिया था वह पहले यहां से सांसद चुने जाते रहे हैं.
भोपाल लोकसभा सीट पर बीजेपी ने आलोक शर्मा और कांग्रेस के अरुण श्रीवास्तव को टिकट दिया था, दमोह लोकसभा सीट पर बीजेपी ने राहुल सिंह लोधी और कांग्रेस ने तरवर सिंह लोधी को उतारा था, इसी तरह होशंगाबाद सीट से बीजेपी ने दर्शन सिंह चौधरी और कांग्रेस ने संजय शर्मा को उम्मीदवार बनाया था, जबकि जबलपुर में बीजेपी से आशीष दुबे और कांग्रेस से दिनेश यादव मैदान में थे. सीधी सीट से बीजेपी ने राजेश मिश्रा तो कांग्रेस ने कमलेश्वर पटेल को टिकट दिया था, बालाघाट में बीजेपी भारती पारधी तो कांग्रेस ने सम्राट सरस्वार को मौका दिया था. वहीं सागर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने लता वानखेड़े तो कांग्रेस ने चंद्रभूषण गुड्डू बुंदेला को मौका दिया था.
6 विधायक और 2 राज्यसभा सांसद भी थे मैदान में
मध्य प्रदेश में इस बार लोकसभा चुनाव कई मायनों में खास रहा है. क्योंकि प्रदेश के 2 राज्यसभा सांसद और 6 विधायक भी लोकसभा चुनाव लड़े हैं, बीजेपी ने अपने एक विधायक और एक राज्यसभा सांसद को लोकसभा चुनाव लड़ाया था, जबकि कांग्रेस ने एक राज्यसभा सांसद और पांच विधायकों को चुनाव लड़ाया था. ऐसे में इनमें से कोई भी प्रत्याशी चुनाव जीतेगा तो संभावित विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की स्थिति बनेगी, वहीं अगर दोनों राज्यसभा सांसदों में से कोई भी लोकसभा का सदस्य चुना जाएगा तो राज्यसभा सीट पर भी उपचुनाव की स्थिति बनेगी.
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